महिलाओं को निर्भीक बनाना जरूरी : राजगोपाल

एकता परिषद के संस्थापक पी. वी. राजगोपाल ने कहा है कि गरीबी से मुक्ति पाने से पहले महिलाओं के भीतर बैठे भय को खत्म करना होगा;

Update: 2018-02-21 23:26 GMT

मुरैना। एकता परिषद के संस्थापक पी. वी. राजगोपाल ने कहा है कि गरीबी से मुक्ति पाने से पहले महिलाओं के भीतर बैठे भय को खत्म करना होगा। राजगोपाल गुरुवार से मुरैना के जौरा के महात्मा गांधी सेवा आश्रम में महिला सशक्तीकरण एवं स्वावलंबन हेतु शुरू हुए तीन दिवसीय महिला एवं किशोरी प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन मौके पर बोल रहे थे। 

उन्होंने कहा, "पूरे देश एवं समाज में महिलाओं के अंदर डर का माहौल है। गांवों एवं शहरों में महिलाओं को डरा के रखा जाता है, जिससे वे खुल कर अपनी बात नहीं कह पाती हैं, तथा मुखर होकर अपने अधिकारों के लिए खड़ी नहीं हो पाती हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "एकता परिषद का उद्देश्य समाज को डर से मुक्त करना है। जब समाज डर से मुक्त होगा, तभी वह शोषण से मुक्त हो सकता है। इसलिए अगर हमें गरीबी से मुक्त होना है तो उससे पहले डर और शोषण से मुक्त होना पड़ेगा। आज गांव-गांव में महिलाओं को डरा-धमका कर रखा जाता है। हमारा प्रयास है कि प्रशिक्षण से वापस जाकर आप सभी महिलाएं अपने अपने गांव में अन्य महिलाओं को भी डर से मुक्त कर उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करें।"

एकता महिला मंच की अध्यक्ष जिल बहन ने कहा, "एकता महिला मंच पूरे देश में जाकर महिलाओं को सशक्त और संगठित करने का काम कर रहा है। संगठन के प्रयास से अलग-अलग क्षेत्रों में कई महिलाएं निकल कर आई हैं, जिन्होंने समाज में महिलाओं के बदलाव में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों के आयोजन से महिलाओं में आत्मसम्मान की भावना आती है।"

इसके पूर्व एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रन सिंह परमार ने प्रशिक्षण शिविर के बारे में विस्तार से बताया।

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