बेटियों पर अपराध रोकने के लिए बेटों पर नजर रखने की है जरुरत: पीएम मोदी 

 देश में महिलाओं और मासूम बालिकाओं से जुड़े अपराधों के बढ़ने के परिप्रेक्ष्य में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यापक सामाजिक आंदोलन शुरू करने की जरूरत बताते हुए कहा कि सामान्यत;

Update: 2018-04-24 16:16 GMT

रामनगर।  देश में महिलाओं और मासूम बालिकाओं से जुड़े अपराधों के बढ़ने के परिप्रेक्ष्य में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यापक सामाजिक आंदोलन शुरू करने की जरूरत बताते हुए कहा कि सामान्यत: परिवारों में बेटियों पर तो नजर रखी जाती है, लेकिन यदि बेटों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जाए, तो इस तरह के अपराध आसानी से रोके जा सकते हैं। पीएम  मोदी ने मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल मंडला जिले की रामनगर ग्राम पंचायत में पंचायती राज दिवस के मौके पर आयोजित सभा को संबोधित किया।

#WATCH: PM Modi speaking in Madhya Pradesh's Mandla on National Panchayati Raj Day https://t.co/aY7iQDa0Cd

— ANI (@ANI) April 24, 2018


 

PM @narendramodi along with CM @ChouhanShivraj is participating in #PanchayatiRajDay program in Mandla. #PMInMandla https://t.co/PnPi0dyRX4

— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) April 24, 2018


 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश की लगभग दो लाख चवालीस हजार ग्राम पंचायतों को संबोधित करते हुए कहा कि पंचायतों के लिए अब बजट की कोई समस्या नहीं हैं और पंचायत प्रतिनिधि अपने गांवों के विकास का संकल्प लेकर अपने स्तर पर हरसंभव प्रयास करें।

When it comes to rural development, Budgets are important. But, there is a shift in the discourse in last few years. People are now talking about the need to ensure that money allocated for a project is utilised & it is done in a transparent manner: PM Narendra Modi in Mandla. pic.twitter.com/iSYZSdCcU7

— ANI (@ANI) April 24, 2018


 

पंचायत प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक जमाने में गांव के विकास में बजट की बात की जाती थी, लेकिन अब बजट की नहीं, बल्कि उसके सही समय पर और सही लोगों के लिए पारदर्शिता और ईमानदारी से उपयोग की बात की जाती है। उन्होंने शिक्षा, आरोग्य और कृषि क्षेत्र से जुड़े तीन उदाहरण देते हुए कहा कि गांवों के विकास में बजट की कोई समस्या नहीं। बस पंचायत प्रतिनिधि गांव की तस्वीर बदलने में अपनी भूमिका का सही निर्वहन करें।

उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसा कोई नहीं होगा, जो आज से 20 साल बाद अपने किए कार्यों को आने वाली पीढ़ियों को बताते हुए गौरवान्वित महसूस नहीं करे और इसलिए चुनकर आए लोग पांच साल अपना पल पल जनता के लिए काम करने का प्रण लें।

यह संबोधन देश की सभी लगभग दो लाख 44 हजार पंचायतों में सजीव प्रसारण के जरिए पहुंचाया गया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चाैहान और केंद्रीय पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद थे। पीएम मोदी के पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभा में संबोधन के दौरान दुष्कर्मी को फांसी की सजा संबंधी केंद्र सरकार के फैसले के बारे में बताया था। उसका जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब  चाैहान निर्णय के बारे में बता रहे थे, सभा में मौजूद सभी लोगों ने तालियों से निर्णय का स्वागत किया। यह इस बात का प्रमाण है कि दिल्ली की सरकार आम लोगों के दिलों की आवाज पर निर्णय लेती है।

 

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