देश में उच्च शिक्षा की ‘गुणवत्ता’ में सुधार करने की आवश्यकता: वेंकैया नायडू

 उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि राष्ट्र निर्माण करने और जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाने के लिए उच्च शिक्षा की ‘गुणवत्ता’ में सुधार करने और उसे फिर से गढ़ने की आवश्यकता;

Update: 2018-07-06 11:31 GMT

पोर्ट ब्लेयर।  उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि राष्ट्र निर्माण करने और जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाने के लिए उच्च शिक्षा की ‘गुणवत्ता’ में सुधार करने और उसे फिर से गढ़ने की आवश्यकता है।

नायडू ने पोर्ट ब्लेयर के डॉ अम्बेडकर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से देश ने विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से उन्नति की जिसमें उच्च शिक्षा प्रणाली का विस्तार भी शामिल है।

आज देश में 65 प्रतिशत से अधिक लोग 35 साल से कम आयु के हैं। माना जाता है कि भारत को 2030 तक दुनिया का सबसे युवा देश बन जाएगा। उस समय यहां करीब 14 करोड़ लोग उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए तैयार होंगे।

उप राष्ट्रपति ने कहा, “देश के 800 विश्वविद्यालय पूरे देश की शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं। हमें हालांकि राष्ट्र निर्माण करने और जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाने के लिए उच्च शिक्षा की ‘गुणवत्ता’ में सुधार करने की जरूरत है।”

उन्होंने कहा, ज्ञान की तेजी से बदलती अर्थव्यवस्था और उससे उभरने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली को फिर से गढ़ने की आवश्यकता है। 

Full View

 

Tags:    

Similar News