करीब 40 फीसदी भारतीय मानते हैं पाकिस्तान के साथ संबंध होंगे और खराब
आईएएनएस-सीवोटर स्टेट ऑफ द नेशन पोल 2020 में पाया गया कि 39.3 फीसदी प्रतिभागी मानते हैं कि पाकिस्तान के साथ संबंध अलगे साल ठीक नहीं रहेंगे;
नई दिल्ली। आईएएनएस-सीवोटर स्टेट ऑफ द नेशन पोल 2020 में पाया गया कि 39.3 फीसदी प्रतिभागी मानते हैं कि पाकिस्तान के साथ संबंध अलगे साल ठीक नहीं रहेंगे। मत सर्वेक्षण के अनुसार, भारतीय 2020 में पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंधों को लेकर बहुत आशान्वित नहीं हैं।
सर्वे में लोगों से पूछा गया कि 'वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में पाकिस्तान के साथ संबंध कैसे होंगे?'
इस पर 39.3 फीसदी प्रतिभागियों ने कहा कि अगले वर्ष संबंध और बिगड़ेंगे। जबकि 27.5 फीसदी भारतीयों को लगता है कि कोई बदलाव नहीं होगा और पाकिस्तान के साथ यथास्थिति बनी रहेगी। लेकिन, 30 फीसदी से अधिक आशावादी हैं और सोचते हैं कि संबंध बेहतर होंगे। हालांकि, निराशावादी और आशावादी विचारों के बीच अंतर छह फीसदी है।
पाकिस्तान के साथ संबंध सीआरपीएफ के काफिले पर पुलवामा हमले के बाद सबसे खराब स्थिति में पहुंच गए और तब भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट पर हवाई हमला कर जवाब देते हुए आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया था।
इसके बाद जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को रद्द करने के सरकार के फैसले पर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई।
पाकिस्तान ने इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उठाया, लेकिन नाकाम रहा।
वर्तमान सरकार पाकिस्तान के साथ बातचीत के मनोदशा में नहीं दिखाई देती, जिससे दोनों देशों के बीच स्थिति सामान्य होती नहीं दिखती।
पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर को खोलकर अपनी कुछ सदिच्छा जाहिर की है, लेकिन कुल मिलाकर यही लग रहा है कि इमरान खान की अगुवाई वाली पीटीआई सरकार का रुख भारत विरोधी बना हुआ है।