एनडीआरएफ ने पिछले वर्ष चार हजार लोगों की जान बचाई
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक संजय कुमार ने आज कहा कि बल ने 2017 में विभिन्न आपदाओं में फंसे लोगों को बचाने के लिए 447अभियान चलाकर 4000 लोगों की जान बचायी और एक लाख को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा;
नई दिल्ली। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक संजय कुमार ने आज कहा कि बल ने 2017 में विभिन्न आपदाओं में फंसे लोगों को बचाने के लिए 447अभियान चलाकर 4000 लोगों की जान बचायी और एक लाख को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया ।
श्री कुमार ने एनडीआरएफ के 13वें स्थापना दिवस पर यहां आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह बल देश और विदेशों में भी आपदा प्रबंधन और कार्रवाई के क्षेत्र में केंद्र सरकार का चेहरा बन चुका है। श्री कुमार ने कहा कि आपदाओं से निपटने के लिए समुदाय की क्षमता में विकास की जरूरत के मद्देनजर बल ने विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये 55़ 5 लाख लोगों को प्रशिक्षित किया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे खुफिया ब्यूरो के निदेशक राजीव जैन ने बल की प्रशंसा करते हुए कहा कि नेपाल में भूकंप आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड़ोसी देश की मदद के लिए एनडीआरएफ को भेजा था। इससे पता लगता है कि यदि संस्थाओं पर भरोसा हो तो राजनीतिक नेतृत्व जरूरत के समय बहुत कुछ कर सकता है। यह एकमात्र ऐसा बल है जिसके नाम पर एक बच्चे के अभिभावकों ने कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उसका नाम एनडीआरएफ सिंह रखा।
इस मौके पर एनडीआरएफ और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के तहत आने वाले एनएसडीसी के बीच एक करार हुआ जिसके तहत एनएसडीसी अब एनडीआरएफ के बच्चों को रोजगार दिलाने के लिए उन्हें प्रशिक्षण देगा। एनएसडीसी के मुख्य कार्यक्रम अधिकारी विशाल शर्मा ने इस करार की जानकारी देते हुए बताया कि शुरूआत में ओडिशा के कटक और तमिलनाडु में एक -एक प्रशिक्षण केंद्र खोेेले जाएंगे।
इन केंद्रों में एनडीआरएफ के जवानों के बच्चों के लिए 200 से 550 घंटे का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिससे उन्हें रोजगार के अवसर मिल सकेंगे।