देशहित और सीमा की रक्षा केंद्र का दायित्व: मायावती

लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना की दुस्साहिक कार्रवाई में 20 सैनिकों की शहादत की याद दिलाते हुये बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कहा कि केन्द्र सरकार की अगली कार्रवाई के संबंध में लोगों की राय अलग हो;

Update: 2020-06-22 13:38 GMT

लखनऊ  । लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना की दुस्साहिक कार्रवाई में 20 सैनिकों की शहादत की याद दिलाते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को कहा कि केन्द्र सरकार की अगली कार्रवाई के संबंध में लोगों की राय अलग हो सकती है लेकिन देशहित और सीमा की रक्षा करना केन्द्र सरकार का दायित्व है।

सुश्री मायावती ने ट्वीट किया “ अभी हाल ही में 15 जून को लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुए संघर्ष में कर्नल सहित 20 सैनिकों की मौत से पूरा देश काफी दुःखी, चिन्तित व आक्रोशित है। इसके निदान के लिये सरकार व विपक्ष दोनों को पूरी परिपक्वता व एकजुटता के साथ काम करना है जो देश-दुनिया को दिखे व प्रभावी सिद्ध हो।”

2. ऐसे कठिन व चुनौती भरे समय में भारत सरकार की अगली कार्रवाई के सम्बंध में लोगों व विशषज्ञों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन मूल रूप से यह सरकार पर छोड़ देना बेहतर है कि वह देशहित व सीमा की रक्षा हर हाल में करे, जो कि हर सरकार का दायित्व भी है। 2/2

— Mayawati (@Mayawati) June 22, 2020

उन्होने कहा कि ऐसे कठिन व चुनौती भरे समय में भारत सरकार की अगली कार्रवाई के सम्बंध में लोगों व विशेषज्ञों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन मूल रूप से यह सरकार पर छोड़ देना बेहतर है कि वह देशहित व सीमा की रक्षा हर हाल में करे, जो कि हर सरकार का दायित्व भी है।


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