मप्र - छत्तीसगढ़ में कालीचरण पर सियासत

छत्तीसगढ़ में हुई धर्म संसद में कथित संत कालीचरण द्वारा महात्मा गांधी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर उन्हें मध्य प्रदेश के छतरपुर के खजुराहो से गिरफ्तार किया गया;

Update: 2021-12-31 23:04 GMT

भोपाल/ रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुई धर्म संसद में कथित संत कालीचरण द्वारा महात्मा गांधी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर उन्हें मध्य प्रदेश के छतरपुर के खजुराहो से गिरफ्तार किया गया। कालीचरण की गिरफ्तारी के बाद से दोनों ही राज्यों में सियासत गर्म है। कालीचरण के खिलाफ रायपुर में प्रकरण दर्ज किया गया था और वहां की पुलिस ने उसे खजुराहो से गिरफ्तार किया। उसके बाद से दोनों राज्यों में कांग्रेस और भाजपा के नेता एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं।

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कालीचरण की खजुराहो में गिरफ्तारी की सूचना राज्य की पुलिस को छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा न दिए जाने को संघीय ढांचे के प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया था।

भोपाल में एक बिल्डर के यहां सीबीआई के छापे के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने गृहमंत्री पर तंज कसा है। ट्वीट कर कहा है , मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा प्रदेश में सीबीआई आप से पूछकर आई है क्या ,अंतर राज्य नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ ,आप इस पर भी कुछ बोलिए।

वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने सवाल किया है कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को बताना चाहिए कि वे धर्म संसद के आयोजन में किस के बुलावे पर और शोभायात्रा में शामिल हुए थे। धर्म संसद के आयोजन के पहले पुजारी पार्क में भाजपा नेताओं ने आम लोगों को आमंत्रित किया और बैठक की। इससे समझ में आता है कि धर्म संसद के आयोजन में राष्ट्रीय सेवक संघ और भाजपा की महती भूमिका है।

छत्तीसगढ़ की भाजपा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर बड़ा हमला बोला है और आरोप लगाया है कि महात्मा गांधी के नाम पर पाखंड रचने वाले भूपेश बघेल को बापूजी (बघेल के करीबी) की गालियां क्यों नहीं सुनाई देती , खुद को गांधी के रास्ते पर चलने वाला बताने से कोई गांधीवादी नहीं हो जाता। बघेल खुद गांधीवादी न होकर गालीबाजी संस्कृति के अंश हैं उन्हें कालीचरण गालीचरण जैसे डायलॉग मारना तो बहुत अच्छा आता है लेकिन बापू के राम को बापूजी( बघेल के करीबी) गाली दे रहे हैं तो यह गालियां क्या भजन कीर्तन लगती हैं।

कालीचरण मामले ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सियासत को पूरी तरह गरमा दिया है। दोनों ही राजनीतिक दलों के नेता अपने-अपने तरह से एक दूसरे को घेरने में लगे हैं।

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