मप्र : कांग्रेस की गुटबाजी पर 'एकता यात्रा' का पर्दा

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बनी कांग्रेस की समन्वय समिति की एकता यात्रा गुरुवार को रामराजा मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद टीकमगढ़ पहुंची;

Update: 2018-05-31 23:36 GMT

ओरछा (मप्र)। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बनी कांग्रेस की समन्वय समिति की एकता यात्रा गुरुवार को रामराजा मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद टीकमगढ़ पहुंची, जहां उसने पदाधिकारियों से संवाद किया। यह समिति जिला मुख्यालयों में पार्टी पदाधिकारियों से संवाद करेगी। इस समिति ने पहले दिन सौ किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद टीकमगढ़ पहुंची। इस दौरान कई स्थानों पर कांग्रेस की स्थानीय गुटबाजी साफ नजर आई। यह बात अलग थी कि पोस्टर, बैनर बहुत कम थे, मगर जो थे उनमें कई से कई नेताओं की तस्वीरें गायब थीं और स्थानीय नेताओं की बड़ी-बड़ी तस्वीरें लगी थीं।

राज्य की सियासत में दिग्विजय सिंह और सत्यव्रत चतुर्वेदी को विपरीत ध्रुव माना जाता है। यही कारण है कि पत्रकारों ने दोनों नेताओं से एकता को लेकर सवाल किए। 

संवाददाताओं ने जब दिग्विजय सिंह से उनके और सत्यव्रत चतुर्वेदी के बीच के मतभेदों पर सवाल किया, तो उनका जवाब था, "आप देख तो रहे हैं कि एक बस में बैठकर चल रही है एक ही कांग्रेस।" 

जब चतुर्वेदी से पूछा गया तो उनका जवाब था, "आप देख नहीं रहे हैं कि हम उन्हीं (दिग्विजय) की अध्यक्षता में काम कर रहे हैं, बुंदेलखंड ही नहीं, पूरे प्रदेश के कांग्रेस जनों को आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए सारे अंतर विरोध समाप्त करके एकजुट हो जाना पड़ेगा, ठीक मुट्ठी की तरह।" 

समन्वय समिति के अध्यक्ष दिग्विजय अपनी पत्नी अमृता सिंह के साथ थे और समिति के अन्य सदस्य सत्यव्रत चतुर्वेदी, रामेश्वर नीखरा सहित भी मंदिर से दर्शन कर बाहर निकले। इस समिति के सदस्य महेश जोशी, मुजीब कुरैशी, बिसाहूलाल सिंह, विनय दुबे, राजेंद्रसिंह गौतम, हरिसिंह नरवरिया, महेंद्र जोशी, सोहन वाल्मीकि, विभा पटेल और सुनील सूद एक बस में सवार थे।

ओरछा के रामराजा मंदिर से निकलने के बाद समिति के सभी सदस्य सड़क मार्ग से टीकमगढ़ पहुंचे। टीकमगढ़ में तमाम कांग्रेस जनों के साथ बैठक हुई और रात्रि में सहभोज हुआ। 

एकता यात्रा के काफिले में उत्तर प्रदेश के नंबर वाली गाड़ियों की संख्या ज्यादा ही थी, जिसने यह सवाल तो खड़े किए ही कि इस यात्रा में भागीदारी मध्यप्रदेश के लोगों की ज्यादा है या उत्तर प्रदेश के कांग्रेसी इसमें दखल दे रहे हैं।

Full View

Tags:    

Similar News