जेवर एयरपोर्ट से नाॅलेज पार्क दो तक चलेगी मोनो रेल

स्वीटजरलैंड की इंटामिन ट्रांसपोर्टेषन कंपनी तैयार करेगी मोनो रेल की फिजिबिलिटी रिपोर्ट;

Update: 2023-06-17 08:09 GMT

ग्रेटर नोएडा। नोएड इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर से नाॅलेज पार्क दो के बीच फिलहाल मेट्रो के बजाय मोनो रेल चलाया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने मोनो रेल का फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार का जिम्मा स्वीटजरलैंड की इंटामिन ट्रांसपोर्टेषन कंपनी को सौंप दिया। कंपनी 31 जुलाई तक रिपोर्ट तैयार कर प्राधिकरण को सौंप देगी। मेट्रो की अपेक्षा मोनो रेल परियोजना की निर्माण लागत बहुत कम होगी। जेवर से नाॅलेज पार्क तक मेेट्रो पर 5000 करोड़ से ज्यादा खर्च होने का अनुमान लगाया गया था। मोनो रेल पर करीब दो हजार करोड़ खर्च होगा।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य पूरा होने से पहले मेट्रो समेत अन्य कनेक्टिविटी को लेकर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अघ्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें एयरपोर्ट से दिल्ली इंदिरा गांधी एयरपोर्ट समेत अन्य षहरों से जोड़ने के लिए दीर्घकालिक और तत्कालिक कनेक्टिविटी को लेकर चर्चा हुई।

जेवर एयरपोर्ट से नाॅलेज पार्क दो तक मेट्रो का डीपीआर दिल्ली मेट्रो कारपोरेषन तैयार कर चुका है। नाॅलेज पार्क दो से दिल्ली तक मेट्रो का तैयार हो रही है। जेवर से दिल्ली तक मेट्रो परियोजना पर करीब 27000 करोड़ रूपये खर्च का आकलन किया गया। मेट्रो परियोजना पर फंडिंग को लेकर बैठक में चर्चा हुई। ऐसे में मुख्य सचिव ने मेट्रो के बजाय अन्य विकल्प तैयार करने को कहा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने जेवर से नाॅलेज पार्क दो तक मोनो रेल चलाने का फैसला लिया। यमुना एक्सप्रेसवे के बराबर एलिवेटेड मोनो रेल का ट्रैक तैयार किया जाएगा।

जेवर से नाॅलेज पार्क दो तक 30 किलोमीटर लंबे मोनो रेल ट्रैक के निर्माण पर करीब दो हजार करोड़ रूपये खर्च होगा। 30 किलोमीटर लंबे मेट्रो ट्रैक के निर्माण पर करीब 5000 करोड़ रूपये खर्च हो रहा है। मोनो रेल पर 70 करोड़ रूपये प्रति किलोमीटर खर्च होने का अनुमान है जबकि मेट्रो के एक किमी ट्रैक निर्माण पर 300 करोड़ खर्च होता है।

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डाक्टर अरूणवीर सिंह ने शुक्रवार को इंटामिन ट्रांसपोर्टेषन कंपनी को जेवर से नाॅलेज पार्क तक मोनो रेल का फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार का जिम्मा सौंप दिया।

कंपनी 31 जुलाई तक फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर देगी। मोनो रेल का ट्रैक निर्माण कार्य शुरू होने पर 18 माह में तैयार हो जाएगा। फिजिबिलिबिटी रिपोर्ट में सेक्टरों को भी मोनो रेल से जोड़ने का भी सर्वे किया जाएगा। नाॅलेज पार्क दो में एक्वा मेट्रो लाइन का स्टेषन है। इससे मोनो रेल मेट्रो के एक्वा लाइन से जुड़ जाएगा।

नाॅलेज पार्क से दिल्ली सराय कालेखाॅ तक चलेगी रैपिड रेल

नोएडा एयरपोर्ट से कनेक्टिविटिी को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में नाॅलेज पार्क दो से दिल्ली के सराये काले खां तक रैपिड रेल चलाने पर भी चर्चा की गई। नेषनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कारेपारेषन को मुख्य सचिव से सराये काले खां तक रैपिड रेल का डीपीआर तैयार करने को कहा है। साथ ही जेवर से दिल्ली सराये काले खां तक भी रैपिड रेल चलाने का सर्वे किया जाएगा। रैपिड रेल का ट्यूव टाइप का ट्रैक बनाया जाएगा। जिस पर रैपिड रेल के साथ-साथ ट्रैक पर मेट्रो भी चल सके।

जेवर एयपोर्ट को पलवल तक चलेगी रेल

जेवर एयरपोर्ट से पलवल हरियाणा के बीच रेल से जोड़ने का भी प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। जेवर से पलवल तक 26 किलोमीटर लंबा नया रेल लाइन बिछाया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण पहले ही दिल्ली हावडा रेलवे ट्रैक पर चैला स्टेषन को जेवर से जोड़ने पर प्रस्ताव तैयार किया है। चैला से जेवर तक रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। चैला रेलवे स्टेषन से ईस्टर्न फे्रेट काॅरिडोर भी जुड़ रहा है। इससे एयरपोर्ट माल वाहक ट्रेन से भी जुड़ जाएगा। चैला से दिल्ली आनंद विहार को भी जोड़ा जाएगा। चैला रेलवे स्टेषन से आंनद विहार करीब 45 किमी है। आने वाले समय में जेवर से चैला होते हुए आनंद विहार के बीच वंदेमातरम ट्रेन भी चलाया जा सकता है।

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