मंत्री और अधिकारियों बीच हुई बहस, मुख्यमंत्री ने निपटाया मामला
दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार अपने कामकाज के साथ ही टकराव के लिए भी खासी मशहूर हो चुकी है;
नई दिल्ली। दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार अपने कामकाज के साथ ही टकराव के लिए भी खासी मशहूर हो चुकी है। सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल का केंद्र व राजनिवास से टकराव कोई नया नहीं है लेकिन अधिकारियों से टकराव भी अब आम होता जा रहा है। ताजा मामला दिल्ली के श्रम एवं विकास मंत्री गोपाल राय और उनके विभाग के अधिकारी से जुड़ा हुआ है।
उच्चपदस्थ सूत्रों की माने तो हाल ही में गोपाल राय ने सचिवालय में विधायकों और अधिकारियों की बैठक रखी और बैठक में उपस्थित विधायकों ने मंत्री से शिकायत लगाई कि उनके क्षेत्र का काम करने में अधिकारी रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इस पर अधिकारियों ने आपत्ति जताई और मामला विधायकों से कहा सुनी तक पहुंच गया।
अधिकारियों ने तर्क रखा कि उनके विभाग में स्टाफ की कमी है और जब तक भरपाई नहीं हो जाती, तब तक समय से काम दे पाना मुश्किल है। इस के बाद तो बातचीत बहस में तब्दील हो गई और अचानक विकास मंत्री गोपाल राय उठे और अधिकारियों को लेकर सीधे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कक्ष में पहुंच गए।
सूत्रों की माने तो मंत्री के साथ-साथ विकास आयुक्त और विशेष विकास आयुक्त भी थे। मामला जब मुख्यमंत्री के सामने पहुंचा तो तय हुआ कि मुख्य सचिव शुक्रवार तक स्टाफ कमी दूर करेंगे।
अधिकारियों की मानें, तो हर विभाग में स्टाफ की भारी कमी है और कर्मचारियों की कमी होने की वजह से काम प्रभावित हो रहा है। अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों की रिक्तियां हैं लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही और लक्ष्य निर्धारित कर अधिकारियों को तलब कर रही है। हालांकि औपचारिक तौर पर इस पर किसी से बातचीत नहीं हो सकी।