मीट कारोबारियों का जंतर-मंतर पर धरना
उत्पीड़न के खिलाफ एवं रोजगार पर हो रहे हमले के खिलाफ खुदरा मीट व्यापारियों/दुकानदारों ने आज जंतर-मंतर पर मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी;
नई दिल्ली। उत्पीड़न के खिलाफ एवं रोजगार पर हो रहे हमले के खिलाफ खुदरा मीट व्यापारियों/दुकानदारों ने आज जंतर-मंतर पर मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी एवं गौतमबुद्धनगर व गाजियाबाद खुदरा मीट व्यापारी संघर्ष समिति के नेतृत्व में धरना दिया।
धरनारत लोगों को माकपा की राष्ट्रीय नेता पूर्व सांसद वृन्दा करात, के.एम. तिवारी, शाहिबा फारूकी, इन्द्रजीत सिंह, सुरेन्द्र मलिक, हन्नान मौला, नत्यू प्रसाद, गंगेश्वरदत्त शर्मा आदि ने सम्बोधित किया। धरने के बाद एक प्रतिनिधि मंडल ने केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर उन्हें समस्याओं से अवगत कराया।
ज्ञापन में मांग की गई कि शहर के सभी मीट दुकानों/बुचड़खाने को लाईसेंस दिये जायें और लाईसेंस देने की प्रक्रिया को सरल किया जाए यदि किसी दुकान /बुचड़खाने या बाजार को जनहित में हटाना आवश्यक हो, तो उन्हें वैकल्पिक जगह मुहैया करायी जाये, मुर्गा-मछली एवं सूअर को लाईसेंस व्यवस्था से बाहर कर शासनादेश में सुधार किया जाए और उन्हें दुकान पर ही काटकर बेचने का लाईसेंस दिया जाए।
भारत के संविधान के अनुसार रोजी-रोजी कमाने के अधिकार पर प्रतिबंध न लगाया जाये तथा इस अधिनियम का नाम लेकर दलितों व मुसलमानों पर हो रहे हमलों पर रोक लगाई जायें और केन्द्र सरकार द्वारा पशु बिक्री प्रतिबंध अधिनियम अध्यादेश वापस लिया जाये साथ प्रतिनिधि मंडल ने पहलू खान, जुनैद व अखलाख के परिवार को न्याय दिलाने व गौ रक्षा के नाम पर हो रही गुण्डागंर्दी आदि मुद्दों पर भी गृहमंत्री से बात की।