आतंकियों के दो खतों ने एनसीआर में मचायी हलचल

मेरठ ! सूबे के मेरठ में इन दिनों आतंकी गतिविधियां लगातार देखने को मिल रही हैं। दो अलग-अलग स्थानों पर आतंकियों द्वारा पत्र दिए जाने से पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ा दी है।;

Update: 2017-03-25 04:20 GMT

मेरठ !   सूबे के मेरठ में इन दिनों आतंकी गतिविधियां लगातार देखने को मिल रही हैं। दो अलग-अलग स्थानों पर आतंकियों द्वारा पत्र दिए जाने से पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ा दी है।

ब्रहमपुरी क्षेत्र में एक भिखारी ने यातायात पुलिस के सिपाही को एक पत्र दिया है, वहीं एक महिला ने डायल 100 के चालक को एक पत्र दिया है। इन दोनों ही पत्रों में आतंकियों ने दिल्ली और एनसीआर को दहलाने के की बात कही है। इस संबंध में दिल्ली के डीजीपी को जानकारी दे दी गयी है। पूरे एनसीआर में चेकिंग अभियान शुरू कर दिया गया है। पुलिस संदिग्ध भिखारी से पूछताछ कर रही हैं, वहीं दुसरा पत्र देने वाली महिला की तलाश की जा रही है।

गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही डीएम बी. चंद्रकला को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का एक पत्र मिला था, जिसकी पड़ताल अभी चल रही है। दरअसल, शुक्रवार की सुबह यातायात पुलिस के सिपाही नितिन को रेलवे रोड चैराहे पर ड्यूटी के दौरान एक विकलांग भिखारी ने एक पत्र दिया। पत्र पढ़ते ही नितिन के सन्न रह गया। खत में लिखा था- 'भाई जान हमारे जिहादी तीन गाड़ियों में दिल्ली निकल गए हैं। बचा सकते हो तो बचा लो, एक गाड़ी गाजियाबाद पहुंचने वाली है, बाकी भी 11.00 बजे तक पहुंचेंगी। बचा लो मजाक मत समझना लाखों लोग भुगतेंगे रब्बा खैर'।

पत्र पढ़ते ही नितिन ने पत्र देने वाले भिखारी को गिरफ्तार कर लिया। भिखारी ने बताया कि यह पत्र उसे एक बाइक सवार ने दिया था, पत्र के साथ दस रुपए देते हुए कहा था कि सामने खड़े सफेद वर्दी वाले सिपाही को दे दो। मामले की जानकारी मिलते ही हरकत में आई पुलिस ने भिखारी को हिरासत में ले लिया। इस घटना के ठीक पंद्रह मिनट बाद ब्रहमपुरी क्षेत्र में ही माधवपुरम स्थित शहीद मंगलपांडे गर्ल्स कॉलेज के पास खड़ी डायल 100 पुलिस गाड़ी के चालक संजीव त्यागी के पास पुरानी धोती पहने हुए लगभग 55 वर्षीय एक महिला पहुंची। उसने भी चालक संजीव को एक पत्र देते हुए कहा कि यह उसे एक युवक ने दिया है और बोला है कि दरोगा जी को दे देना।

चालक खत लेकर दरोगा के पास पहुंचा खत पढ़ते ही उनके भी होश उड़ गए। पर्चे में लिखा था- 'भाई जान हमारी तीन गाड़ियों में जिहादी दिल्ली निकल गए एक गाड़ी छह बजे के बाद व सात बजे, फिर आठ बजे निकलेगी पूरी दिल्ली दहलाना है मजाक में मत लेना भारी पड़ेगा रब्बा खैर'। पुलिस ने पत्र देने वाली महिला की तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। दोनों पत्रों की जानकारी मिलते ही आला अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई।

खास बात यह रही कि दोनों पत्रों में काफी हद तक समानता थी और दोनों ही हाथ से लिखे गए पत्र थे। मामले की जानकारी मिलते ही दिल्ली कंट्रोल रूम, दिल्ली पुलिस ने डीसीपी, एलआईयू, इंटेलीजेंस, एटीएस व आईबी की यूनिट को मामले से अवगत कराया गया। मामले की गंभीरता देखते हुए एनसीआर में चेकिंग कराई जा रही है।

वहीं पत्र देने वाले भिखारी से एलआईयू और पुलिस के आलाधिकारियों ने पूछताछ की। भिखारी ने अपना नाम शब्बन पुत्र अब्दुल रहीम निवासी मौहल्ला बढ़वान कब्जा धामपुर जिला बिजनौर बताया। इस पूरे मामले पर अभी पुलिस कुछ भी बोलने से बच रही है।

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