आरपीआई 38-39 सीटों पर बीएमसी चुनाव लड़ेगी: रामदास आठवले
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर महायुति के साथ रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) की नाराजगी के सवाल पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि उन्हें लगता है कि आरपीआई की अनदेखी हुई है;
मुंबई। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर महायुति के साथ रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) की नाराजगी के सवाल पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि उन्हें लगता है कि आरपीआई की अनदेखी हुई है। उन्होंने कहा कि आरपीआई 38-39 सीटों पर बीएमसी चुनाव लड़ेगी।
आठवले ने कहा, “भाजपा की शिवसेना के साथ लगातार चर्चा चल रही थी, लेकिन उस दौरान आरपीआई से बातचीत नहीं की गई। आखिरी दिन हमारे नेताओं को बुलाकर बताया गया कि हमें छह सीटें दी गई हैं, जबकि ये वे सीटें नहीं हैं, जिनकी हमने मांग की थी। इन सीटों पर हम अपने उम्मीदवार भी नहीं उतार सकते।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने आग्रह किया था कि जो सीटें हमने पहले दी थीं, उनमें से आठ से दस सीटें हमें वापस दी जाएं, लेकिन इसे साफ तौर पर ठुकरा दिया गया। इसी वजह से आरपीआई ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन से अलग होने का फैसला लिया है।”
आठवले ने स्पष्ट किया कि आरपीआई 38 से 39 सीटों पर सौहार्दपूर्ण तरीके से चुनाव लड़ेगी, जबकि शेष सीटों पर भाजपा-शिवसेना के पक्ष में प्रचार किया जाएगा। उन्होंने कहा, “चुनाव के बाद हमारे जो उम्मीदवार जीतकर आएंगे, वे महायुति के साथ ही रहेंगे।”
नगर निगम चुनावों को लेकर उन्होंने कहा, “मैं इस मुद्दे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने जरूर उठाऊंगा। राज्य सरकार बार-बार आरपीआई की अनदेखी करती है और हमसे कोई सलाह नहीं लेती, जो स्वीकार्य नहीं है। इस विषय पर मैं पीएम मोदी और अमित शाह से बात करूंगा।”
आठवले ने ठाकरे बंधुओं पर निशाना साधते हुए कहा, “ठाकरे का राज बिल्कुल नहीं चलेगा। महायुति यहां मजबूत स्थिति में है और ठाकरे का कोई असर नहीं होगा। हम महायुति के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन यह सच है कि भाजपा ने भी हमारी बातों पर ध्यान नहीं दिया।”