महागुन बिल्डर के निवेशकों ने सीईओ ने सामने दुखड़ा रोया
महागुन बिल्डर प्रोजेक्ट माइवुड के दर्जन से ज्यादा फ्लैट खरीदार मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ देवाशीष पांडा से मुलाकात की;
ग्रेटर नोएडा। महागुन बिल्डर प्रोजेक्ट माइवुड के दर्जन से ज्यादा फ्लैट खरीदार मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ देवाशीष पांडा से मुलाकात की।
निवेशकों ने प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए अपना दुखड़ा रोया और बिल्डर-बॉयर्स को आमने-सामने बैठाकर समस्या का निराकरण करने की मांग रखी। नेफोमा के अध्यक्ष अन्नू खान ने लाखों फ्लैट बायर्स बिल्डर्स की ज्यादतियों के शिकार है नई सरकार बनने के बाद बायर्स में एक उम्मीद जगी है कि जो फ्लैट बॉयर्स सात साल से बिल्डर व प्राधिकरण के चक्कर लगा रहे थे उनको घर नहीं मिल रहा है अगर घर मिल रहा था तो बिल्डर अपनी अनुचित एक्स्ट्रा डिमांड फ्लैट बॉयर्स से वसूल रहा था बिल्डर अपनी मनमानी कर रहा था।
निवेशकों ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण के अधिकारी बॉयर्स का साथ देने के बजाय बिल्डर का ही साथ देते आए थे और बिल्डर के हक में ही अब तक सभी काम किए है, नई सरकार बनने के बाद बायर्स प्रतिनिधि मंडल व नोएडा विधायक के साथ मुख्यमंत्री ने बायर्स की समस्याओं को सुना व समझा था और आश्वासन दिया था कि बायर्स का अनहित नही होने देगे।
मास्टर प्लान 2012 में मंजूर होने के बाद बिल्डर्स ने यह वादा किया था कि वो दिन रात प्रोजेक्ट्स पर काम कराएंगे और समय पर फ्लैट देने की कोशिश करेगें लेकिन बिल्डर्स अपने सभी वादों से मुकर रहे हैं। और हजारों फ्लैट खरीदार अब भी फ्लैट का इंतजार कर रहे हैं जब कि सभी फ्लैट खरीदार की बैंक की किश्त जा रही है और ज्यादातर फ्लैट खरीदार किराए पर रह रहे हैं, फ्लैट खरीदार पर दोहरी मार पड़ रही है।
नेफोमा ने सीईओ के सामने मांग रखी कि बिल्डर पुराने फ्लैट आँनर्स से अतिरिक्त रुपए व किसी भी तरह के ब्याज की मांग न करे। सभी फ्लैट आँनर्स के फ्लैट की पोजेशन टाइम पर करने के लिए बिल्डर संकल्प ले, अगर कोई बायर्स अपने पैसे वापस चाहता है तो उसे ब्याज समेत बिल्डर पैसे वापस करे।
प्राधिकरण बिल्डर को आदेश करे। रियल एस्टेट बिल रेरा से बचने के लिए बिल्डर दो-दो टावर का पार्ट कम्प्लीशन सर्टीफिकेट लेने के लिए अग्रिम मेें प्राधिकरण में अप्लाई किया था, बिना किसी सुविधा के बायर्स को फ्लैट की पजेशन लेने के लिए बाध्य कर रहे है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट गौर सिटी गोल चक्कर पर प्रतिदिन सुबह शाम बायर्स को एक घंटा जाम का सामना करना पड़ता है जबकि अभी 15 फीसदी भी बायर्स को पजेशन नहीं मिला है आगे आने वाले समय टै्रफिक व्य्वस्था का बहुत बुरा हाल हो जाएगा अभी से कोई रणनीति बनाकर समस्या का समाधान कराया जाए।
इस दौरान आसिम खान, अंकुर छाबड़ा, अमित शर्मा, शौरभ खरे, रितेश, मनीष तिवारी, अमरेश सिंह, शक्ति प्रशाद, आवेश श्रीवास्तव आदि निवेषक मौजूद थे।