लोकसभा चुनाव 2019: पश्चिम बंगाल में अर्द्धसैनिक बलों की 600 से अधिक कंपनियां तैनात
लोकसभा चुनाव के छठे चरण में पश्चिम बंगाल की कुछ सीटों पर नक्सलियों के प्रभाव को देखते हुए स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए अर्द्धसैनिक बलों की 600 से अधिक कंपनियां तैनात की गयी हैं;
नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में पश्चिम बंगाल की कुछ सीटों पर नक्सलियों के प्रभाव को देखते हुए स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए अर्द्धसैनिक बलों की 600 से अधिक कंपनियां तैनात की गयी हैं।
इस चरण में राज्य की आठ सीटों तमलुक, कांठीगठल, झाड़ग्राम, मेदिनीपुर, पुरूलिया, बांकुरा, विष्णुपुर और जंगलमहल में चुनाव हो रहा है।
सूत्रों के अनुसार विशेष रूप से जंगल महल क्षेत्र की संवेदनशीलता और वहां नक्सली हिंसा की आशंका के मद्देनजर राज्य में केन्द्रीय पुलिस बलों की 602 कंपनियां तैनात की गयी हैं। इनमें केन्द्रीय रिर्जव पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस , रेलवे आरक्षी बल और रेपिड एक्शन फोर्स की कंपनियां शामिल हैं।
इसके अलावा राज्य सशस्त्र पुलिस की 111 कंपनियों को भी चुनाव ड़यूटी में तैनात किया गया है। इसके अलावा सभी मतदान केन्द्रों पर 547 क्विक एक्शन टीमें भी तैनात की जा रही हैं।
मतदाताओं में विश्वास पैदा करने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की टुक्ड़ी विभिन्न जगहों पर मार्च कर रही हैं साथ ही उनकी गश्त भी बढायी गयी है। सभी जगहों पर तलाशी और जांच अभियान भी चलाये जा रहे हैं। चुनाव कर्मियों , मतदाताओं , ईवीएम , उम्मीदवारों और अधिकारियों की सुरक्षा के लिए भी कई कदम उठाये जा रहे हैं।
अर्द्धसैनिक बलों के सभी कमांडेंटों और कंपनी कमांडरों को लोकसभा क्षेत्रों की संवेदनशीलता की जानकारी दी गयी है। क्विक एक्शन टीमों को पूरी तरह मुस्तैद रहने और किसी भी तरह की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया है। टीमों और सुरक्षा बलों से विस्फोटक उपकरणों आईईडी से भी सावधान रहने को भी कहा गया है।