शाह पर खरगे का पलटवार, कहा- माफी मांगने वाले देशभक्ति का पाठ न पढ़ाएं

गृह मंत्री अमित शाह आज राज्यसभा में वंदे मातरम् पर जब बोल रहे थे तो उनकी कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बहस हो गई।;

Update: 2025-12-09 09:24 GMT

नई दिल्ली। राज्यसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार किया है। खरगे ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि जिन लोगों ने आजादी की लड़ाई में हिस्सा नहीं लिया, वे आज देशभक्ति का पाठ पढ़ा रहे हैं।

खरगे ने कहा कि वंदे मातरम् को आजादी का नारा बनाने का काम कांग्रेस पार्टी ने ही किया है। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के सदन में जिक्र को लेकर खरगे ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री को बदनाम करने की सभी कोशिशें व्यर्थ हो जाएंगी और भाजपा इसमें कभी कामयाब नहीं हो पाएगी।

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने संबोधन की शुरुआत वंदे मातरम् के नारों से की। खरगे ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे तो वंदे मातरम् गीत को कई सालों से गा रहे हैं लेकिन वंदे मातरम् को पहले नहीं गाने वालों ने इसे अब गाना शुरू कर दिया है।

खरगे से शाह ने कहा, आपको मौका मिलेगा

खरगे इस दौरान लगातार कुछ बोल रहे थे। तब सत्ता पक्ष की तरफ से भी शोरशराबा शुरू हो गया। अमित शाह ने बीच में बोला कि खरगे साहब आपका समय आएगा। उन्होंने कहा कि आपको बहुत समय मिला है। आप अपने समय पर बोले न। इसके बाद सभापति ने भी कहा कि खरगे जी आपको मौका मिलेगा। कृपया गृह मंत्री को बोलने दें।

तुष्टिकरण की शुरुआत और विभाजन

अमित शाह ने कहा कि वंदे मातरम को सीमित कर दिया गया। शाह ने कहा कि यहीं से तुष्टिकरण की शुरुआत हुई और उसके बाद विभाजन हुआ। वंदे मातरम की तुष्टिकरण की नीति के तहत दो टुकड़े नहीं करते तो बंटवारा नहीं होता। जब वंदे मातरम का 100 साल हुआ तो सबको लगा कि वंदे मातरम का जश्न मनाएंगे, 100 साल मनाएंगे। लेकिन तब वंदे मातरम् बोलने वाले सारे लोगों को इंदिरा गांधी ने जेल में डाल दिया. इस देश में आपातकाल लगाया गया।

शाह ने नेहरू पर भी बोला हमला

शाह ने कहा कि कांग्रेस के सांसद वंदे मातरम् पर बहस को लेकर सवाल उठा रहे हैं। वो इसे एक मुद्दे से ध्यान भटकाने का राजनीतिक रणनीति बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी इस मुद्दे पर बहस से नहीं भाग रहा है। हम संसद का बहिष्कार नहीं करते हैं। अगर वो बहस करना चाहते हैं तो उन्हें संसद का बहिष्कार करना रोकना चाहिए और सभी बहस होंगी।

हम कोई चीज छिपा नहीं रहे हैं। हम किसी भी मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हैं। उनका वंदे मातरम पर बहस से भागना कोई नई बात नहीं है। भारत तो तब आजाद भी नहीं हुआ था जब वंदे मातरम के 50 साल हुए थे। जब वंदे मातरम को गोल्डन जुबली होना था तब जवाहर लाल नेहरू ने इसे दो छंदों तक सीमित कर दिया था। 

Tags:    

Similar News