साक्षरता से टेमरी देश में बन सकता है सर्वश्रेष्ठ
साक्षर भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत साक्षरता से स्वच्छता, स्वच्छता व बेहतर स्वास्थ्य और विकास की ओर बढ़ते कदम पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा ग्राम पंचायत-टेमरी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया...;
रायपुर। साक्षर भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत साक्षरता से स्वच्छता, स्वच्छता व बेहतर स्वास्थ्य और विकास की ओर बढ़ते कदम पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा ग्राम पंचायत-टेमरी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण के महानिदेशक एवं संयुक्त सचिव, स्कूल शिक्षा, भारत सरकार, अजय तिर्की थे। अध्यक्षता राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक व सदस्य सचिव, मयंक बरवड़े ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में ग्राम पंचायत टेमरी की सरपंच श्रीमती तीजिया बंजारे उपस्थित थी। इस अवसर पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक प्रशांत पाण्डेय, राज्य संसाधन केन्द्र के निदेशक तुहिन देब, राज्य स्त्रोत समूह के नोडल अधिकारी हिमांशु झा विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला लोक शिक्षा समिति के सहायक परियोजना अधिकारी चुन्नीलाल शर्मा व आभार जिला लोक शिक्षा समिति के परियोजना अधिकारी संजय गुहे ने किया। ग्राम टेमरी में हुए साक्षरता महोत्सव के अलावा श्री टिर्की ने राज्य साक्षरता मिशन कार्यालय में राज्य में संचालित साक्षर भारत कार्यक्रम की समीक्षा की तथा राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण व राज्य संसाधन केन्द्र के अधिकारियों को संबोधित किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अजय तिर्की ने अपने उद्बोधन में कहा कि साक्षरता व साक्षरता से जुड़े हुए कार्य व इसमें आप लोगों द्वारा प्राप्त उपलब्धियों को इतनी करीब से देखना सुखद अनुभव है। सन् 2000 में अविभाजित मध्यप्रदेश का रायपुर जिले का अंतिम कलेक्टर व नवोदित छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर जिले का पहला कलेक्टर रहा हॅू। छत्तीसगढ़ में आये बदलाव को मैने करीब से देखा है। छ.ग. सभी क्षेत्रों में आगे बढ रहा है, इस प्रगति में साक्षर भारत कार्यक्रम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। साक्षरता के क्षेत्र में किये गये कार्यो का परिणाम है कि आज गांव के बच्चे 100 में से 100 नम्बर प्राप्त कर रहे हैं। निश्चित रूप से इसमें साक्षरता का प्रभाव झलकता है। प्रदेश साक्षरता के जिस मुकाम पर पहुंच गया है उससे आगे जाकर हमें क्रियात्मक साक्षरता की ओर बढ़ना है। उन्होने मिलेनियम डेवलपमेंट गोल के सभी उद््देश्यों जैसे स्वच्छता, पेयजल आदि में टेमरी ग्राम पंचायत द्वारा किये गये कार्यो की सराहना की। साथ ही कहा कि आपके प्रयासों से मैं आशान्वित हॅूं वो दिन दूर नही जब टेमरी ग्राम पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ बनेगा। उन्होंने कहा कि आप यही जज्बा बनाए रखें तो एक दिन आपके गांव में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी आएंगे। कार्यक्रम के दौरान उन्होने रोहणी साहू, भुनेश्वरी साहू, पंकज साहू व योग शिक्षिका पायल साहू को सम्मानित भी किया।
अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए मयंक बरवड़े ने पूरे प्रदेश में चल रहे साक्षर भारत कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 33 लाख असााक्षरों में से 29 लाख लोगों को साक्षर किया जा चुका है। अब हमारा मुख्य लक्ष्य नवसाक्षरों को समतुल्यता व सतत शिक्षा की ओर अग्रसर करना है। श्री बरवड़े ने टेमरीे ग्राम के पूर्ण साक्षर व ओ डी एफ होने पर ग्रामवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि महानिदेशक महोदय के मार्गदर्शन में साक्षरता को नये मुकाम पर ले जाऐंगे। आपका अनुभव हमें प्रदेश मे साक्षरता की दिशा व दशा तय करने में सहायक होगा। उन्होने सभी साक्षरता कर्मियों से आवाह्न किया कि आगे भी सभी को साक्षरता कार्यक्रमों में सक्रियता से जुडकर कार्य करना है जिससे हमारा राज्य साक्षरता के क्षेत्र में नवीन कीर्तिमान स्थापित करेगा।
इस अवसर पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के प्रशांत पाण्डेय ने कहा कि प्रेरकों, अनुदेशकों व समस्त साक्षरता कर्मियों ने तृणमूल स्तर पर पठन-पाठन गतिविधियों का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया है जिसका परिणाम है कि निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हुए। श्री पाण्डेय ने कहा कि यह ऐतिहासिक क्षण है जब महानिदेशक राष्ट्रीय साक्षरता मिशन, स्वयं आपकी हौसला अफ़जाई करने आपके गांव आये है। उन्होंने श्रमदान से ग्राम की स्वसहायता समूहों द्वारा स्वच्छता अभियान व वित्तीय साक्षरता अभियान की गाथा को सराहा।
इस अवसर पर राज्य संसाधन केन्द्र से विनोद सिंह, रविन्द्र यादव, ब्लॉक परियोजना अधिकारी राजकुमार टंडन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन, छात्र-छात्राएं, प्रेरकगण, राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण, राज्य संसाधन केन्द्र के कार्यकर्तागण, अनुदेशकगण व नवसाक्षर उपस्थित थे। राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण में आयोजित समीक्षा बैठक में साक्षर भारत से जुड़े अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रेरित करते हुए महानिदेशक, राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण ने कहा कि राज्य में आ रहे सुखद बदलाव के पीछे साक्षरता शिक्षा महत्वपूर्ण कारक है। उन्होंने कहा कि उन्हें छत्तीसगढ़ में संचालित साक्षर भारत/प्रौढ़ साक्षरता कार्यक्रम से और भी अपेक्षाएं हैं। राज्य में राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण और राज्य संसाधन केन्द्र जिस तरह संयुक्त रूप से प्रभावशाली कार्य करते है यह दूसरे राज्यों के लिए एक सीख हो सकती है। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि देश में साक्षर भारत के अग्रणी राज्यों में छत्तीसगढ़ एक है। इस अवसर पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के सहायक संचालक(प्रशासन एवं प्रशिक्षण) प्रशांत पाण्डेय ने राज्य में साक्षर भारत कार्यक्रम का एक वृहंगम दृश्य प्रस्तुत किया। दिनेश टांक, सहायक संचालक (वित्त एवं नियोजन) ने भी वक्तव्य रखा। राज्य संसाधन के निदेशक तुहिन देब ने पिछले 10 वर्षो में स्थापना के बाद से राज्य संसाधन केन्द्र के द्वारा राज्य में प्रदान किए जा रहे अकादमिक व तकनीकि समर्थन के बारे में परिचय दिया। राज्य स्त्रोत समूह के नोडल अधिकारी हिमांशु शेषर झा ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की ओर से डॉ. मीनाक्षी बाजपेयी, महेश वर्मा, ममता श्रीवास, विभा मिश्रा, नंद कुमार झारिया तथा राज्य संसाधन केन्द्र की ओर से कार्यक्रम समन्वयकगण शबाना आजमी, डॉ. मनीषा वत्स, पतंजलि मिश्र, विनोद सिंह व रविन्द्र यादव उपस्थित थे।