वाम दलों ने किसानों पर लाठीचार्ज की निंदा की
वामपंथी दलों ने मंगलवार को दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर पुलिस द्वारा किसानों पर किए गए लाठीचार्ज की निंदा की;
नई दिल्ली। वामपंथी दलों ने मंगलवार को दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर पुलिस द्वारा किसानों पर किए गए लाठीचार्ज की निंदा की। किसान राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि तक जाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करना चाह रहे थे। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी)-लिबरेशन ने एक संयुक्त बयान में 'क्रूर' पुलिसिया कार्रवाई की निन्दा की और कहा कि इसने मोदी सरकार का किसान विरोधी चेहरा उजागर कर दिया है।
उन्होंने एक बयान में कहा, "हम प्रदर्शन कर रहे किसानों पर क्रूर हमले की निन्दा करते हैं। पुलिसिया कार्रवाई मोदी सरकार के किसान विरोधी रवैये का प्रदर्शन है।"
बयान में कहा गया है, "प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव के समय किसानों से किए गए सभी वादों पर घोखा दे दिया है। वहीं, उनकी नीतियों ने किसानों के संकट को और बढ़ाया है, जिसके कारण हजारों किसानों को आत्महत्या करना पड़ा है, क्योंकि वे कर्ज में डूबे हैं।"
इसके अलावा उन्होंने राफेल लड़ाकू विमान सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग की।
उन्होंने कहा, "राफेल लड़ाकू विमान सौदे में बहुत बड़ा घोटाला किया गया है और इसकी संयुक्त संसदीय समिति से जांच होनी चाहिए। इसमें शक की सुई सीधे प्रधानमंत्री की तरफ है।"
उन्होंने कहा, "अन्य वाम दलों से चर्चा के बाद इस बड़े घोटाले के खिलाफ एक राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया जाएगा, जिसमें दोषियों को सजा दिलाने की मांग की जाएगी।"