भाजपा की दया से नहीं बनी एलडीएफ सरकार: पिनराई विजयन
केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार को बर्खास्त करने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह;
तिरुवनंतपुरम । केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) सरकार को बर्खास्त करने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह की चेतावनी के बाद मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा अध्यक्ष को यह याद रखना चाहिए कि उनकी सरकार भाजपा की दया से नहीं बल्कि राज्य के लोगों के समर्थन से सत्ता में आयी है।
विजयन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गयी केरल सरकार को इसलिए चेतावनी दी है क्याेंकि उसने उच्चतम न्यायालय के उस फैसले का समर्थन किया है जिसमें न्यायालय ने सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश करने की अनुमति दी थी।
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 10 से 50 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर रोक संबंधी सदियों पुरानी प्रथा को 4:1 के बहुमत के फैसले से समाप्त कर दिया था और सभी आयु वर्ग की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की वाम सरकार संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों की रक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है जिसके लिए उसे निशाना बनाया जा रहा है।
विजयन ने कहा, “श्री शाह की ओर से शनिवार को कन्नूर में की गयी टिप्पणी उच्चतम न्यायालय, संविधान और हमारी न्यायिक व्यवस्था पर हमला है।”
भाजपा अध्यक्ष ने शनिवार को कन्नूर में भाजपा जिला समिति के नये कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद माकपा नीत केरल की वाम सरकार को सबरीमला में भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं पर कथित आतंक बरपाने के प्रति कड़ी चेतावनी दी।
शाह ने अपने संबोधन में कहा, “पिनारई सरकार यदि बदले की भावना से काम करना जारी रखती है तो उसे गिरा दिया जायेगा।”
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सबरीमला मुद्दे को लेकर केरल में अघोषित आपातकाल जैसी स्थितियां उत्पन्न कर दी गयी हैं। उन्होंने निर्दोष श्रद्धालुओं और हजारों महिलाओं सहित बड़ी संख्या में लोेगों को गिरफ्तार करने की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि माकपा सत्ता और पुलिस का दुरुपयोग करके मंदिरों और उनकी परम्पराओं को नष्ट कर रही है। केरल के भाजपा कार्यकर्ताओं को संस्कार और परम्पराओं की रक्षा करने में कभी अकेले नहीं पड़ने दिया जायेगा।
विजयन ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष के बयान से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और संघ परिवार का वास्तविक चेहरा सामने आ गया है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद-14 समानता का अधिकार देता है जबकि अनुच्छेद-25 और 26 धर्म का पालन और उसके प्रचार-प्रसार करने का हक प्रदान करता है। हिन्दुत्व महिलाओं को समान दर्जा देता है लेकिन कुछ मंदिरों के अपने खास रिवाज और संस्कार हैं जिसके तहत वे महिलाओं पर कुछ प्रतिबंध लगाते हैं। कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जहां पुरुषों पर प्रतिबंध लगाये जाते हैं।
विजयन ने भाजपा अध्यक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि श्री शाह के इस बयान से मनुस्मृति द्वारा प्रस्तावित लैंगिक असमानता के अप्रचलित विचारों के प्रति उनके समर्थन का पता चलता है।