कानपुर कांड : चौबेपुर के पूर्व एसओ व दारोगा के. के शर्मा गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के कानपुर मुठभेड़ कांड के फरार मुख्य आरोपी कुख्यात विकास दुबे पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है;
कानपुर।उत्तर प्रदेश के कानपुर मुठभेड़ कांड के फरार मुख्य आरोपी कुख्यात विकास दुबे पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। बुधवार को मुठभेड़ के समय पुलिस की जान जोखिम में डालने के आरोप में थाना प्रभारी विनय तिवारी और हिस्ट्रीशीटर के लिए मुखबिरी करने के आरोप में हलका प्रभारी के.के. शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया। कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी. ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि यूपी एसटीएफ ने पूर्व चौबेपुर एसओ विनय तिवारी और दरोगा के.के. शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर धारा 120बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। दोनों को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।
हमीरपुर में विकास के सहयोगी अमर दुबे को मार गिराने के बाद एसटीएफ की एक टीम बिकरू स्थित उसके घर पहुंची। यहां पुलिस ने उसके घर की छानबीन कर सामान जब्त किया है। एसटीएफ गांव के कुछ लोगों को भी पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई।
कानपुर एनकाउंटर मामले में यूपी एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में बुधवार को मुखबिरी के आरोप में पूर्व चौबेपुर एसओ विनय तिवारी को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।
इससे पहले मंगलवार को विकास से सांठगांठ के शक में चौबेपुर के पूरे थाने पर कार्रवाई की गई है। इसमें 68 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई, जबकि चौबेपुर के एसओ, दो दारोगा और एक सिपाही को निलंबित और 10 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया जा चुका है। अभी कई और पुलिसकर्मी रडार पर हैं।
गौरतलब है कि कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई को सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी। एक सप्ताह से चल रहे घटनाक्रम में लगातार यह बात उठाई जा रही थी कि दबिश की सूचना विभाग से ही लीक हुई है। वहीं दिवंगत सीओ देवेंद्र मिश्र की बेटी ने घर में रखे उनके दस्तावेजों में से एक पत्र निकालकर मीडिया को दिया, जिसमें सीओ ने तत्कालीन एसएसपी को भेजी गई रिपोर्ट में साफ-साफ कहा था कि एसओ विनय तिवारी अपराधी विकास दुबे की गोद में खेल रहा है। अगर कोई कार्रवाई जल्दी नहीं गई तो कोई बड़ी घटना हो सकती है। आरोप है कि तात्कालीन एसएसपी ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया था।