विदेश में बसे कच्छीयों ने अपने वतन की प्रतिष्ठा में 4 चांद लगाए हैं : रूपाणी
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने रविवार को कहा कि प्रवासी कच्छीयों ने विदेश में हिम्मत, साहस और ईमानदारी से कार्य करते हुए भारत और अपने वतन की प्रतिष्ठा में चार चांद लगाए हैं;
भुज। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने रविवार को कहा कि प्रवासी कच्छीयों ने विदेश में हिम्मत, साहस और ईमानदारी से कार्य करते हुए भारत और अपने वतन की प्रतिष्ठा में चार चांद लगाए हैं।
श्री रूपाणी ने आज यहां कहा कि बरसों से विदेश में बसे प्रवासी भारतीय (एनआरआई) उद्यमी जिस तरह से अपने वतन कच्छ के लोगों की मुश्किल परिस्थितियों में सहायता के लिए आर्थिक योगदान देते हैं, उसी तरह वे गुजरात में आधारभूत सुविधा के कार्यों, उद्योगों, स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा जैसे अहम क्षेत्रों में निवेश करने को आगे आएं।
कच्छ के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन रविवार को भुज के उमेद भवन में ब्रिटेन, केन्या, युगांडा, ऑस्ट्रेलिया और नैरोबी के प्रवासी भारतीय (एनआरआई) उद्योगपतियों से बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी कच्छीयों ने हिम्मत, साहस और ईमानदारी से कार्य करते हुए भारत और अपने वतन की प्रतिष्ठा में चार चांद लगाए हैं। प्रवासी कच्छीयों के वतन प्रेम की प्रशंसा करते हुए उन्होंने देश के विकास में सहभागी बनने का उनसे आह्वान किया। लोग स्वस्थ्य रहेंगे तो विकास बेहतर तरीके से हो सकता है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस सोच का जिक्र करते हुए श्री रूपाणी ने कहा कि गुजरात में शुरू हुए स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम के अंतर्गत गत वर्ष 27 हजार बड़े ऑपरेशन किए गए।
कच्छ में पेयजल समस्या को अतीत की बात कहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कच्छ में नर्मदा केनाल के कार्य भी अब अंतिम चरण में हैं। कच्छ में डिसेलिनेशन प्लांट को मंजूरी देने और इसके अंतर्गत प्रतिदिन 10 करोड़ लीटर समुद्री खारे पानी को मीठे पेयजल में रुपांतरित करने की योजना पर उन्होंने प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कच्छ जिले में सूखे के दौरान 700 करोड़ रुपए के खर्च से वलसाड़ और मुंबई से 100 करोड़ किलो घास मंगवाई गई और यह सुनिश्चित किया कि एक भी पशु की मृत्यु न हो। उन्होंने कच्छ में बन्नी के घास मैदानों पर बड़े पैमाने पर क्लस्टर पर घास उगाने की योजना तथा पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए घोरडो, भुजिया और काला डुंगर (पहाड़ी) के विकास की रूपरेखा दी।
इस अवसर पर प्रवासी भारतीयों के प्रतिनिधियों ने गुजरात सहित देश में ढांचागत सुविधा और अन्य विकास कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए खुशी जताई और मुख्यमंत्री से कच्छ में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सुविधा विकसित करने तथा कार्गो सुविधा का दायरा बढाने की अपेक्षा जताई। अफ्रीका में बसे प्रवासी प्रतिनिधियों ने केन्या में आयुर्वेद उत्पादन शुरू करने में मिले भारत सरकार के सहयोग का जिक्र करते हुए कहा कि अफ्रीका के 30 देशों में मूंग, चना और अरहर जैसे दलहनों की खेती के प्रोजेक्ट स्थापित करने के क्षेत्र में भी काफी संभावनाएं हैं। बैठक में गुजरात राज्य गैर आरक्षित वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराजभाई गजेरा, गोरधनभाई झड़फिया, भुज की विधायक डॉ. नीमाबेन आचार्य, जिला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीपभाई त्रिवेदी, कलक्टर एम. नागराजन सहित लेउवा पटेल समाज के अग्रणी उपस्थित थे।