जेवर हवाई अड्डे की तकनीकी जांच करेगी पीडब्ल्यूसी
विश्व की दूसरी सबसे बड़ी प्रोफेशनल सर्विस फे्रम कंपनी प्राइस वाटर हाउस कूपर्स (पीडब्ल्यूसी) जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की 'तकनीकी आर्थिक व्यवहार्यता' (टीईएफआर) रिपोर्ट तैयार करेगी;
ग्रेटर नोएडा। विश्व की दूसरी सबसे बड़ी प्रोफेशनल सर्विस फे्रम कंपनी प्राइस वाटर हाउस कूपर्स (पीडब्ल्यूसी) जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की 'तकनीकी आर्थिक व्यवहार्यता' (टीईएफआर) रिपोर्ट तैयार करेगी। 12 सप्ताह के अंदर कंपनी को टीईएफआर तैयार करना होगा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय में शुक्रवार को वित्तीय बोली लगी।
बोली में पांच कंपनियां शामिल थी, जिसमें पीडब्लूसी ने बाजी मार ली। प्राधिकरण की तरफ से पीडब्लूसी को काम का अवार्ड जारी कर दिया। सिंगापुर की मैनहार्ट कंपनी भी पीडब्लूसी के साथ काम कर रही है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के विस्तार पर भी पीडब्लूसी काम कर रही है। इसके अलावा नवी मुंबई ग्रीन फील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे, आंध्रप्रदेश के भोगापुरम ग्रीन फील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे, गोवा के ग्रीन फील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे निर्माण में सलाहकार के तौर पर पीडब्लूसी ने काम किया है। इसके अलावा विश्व के 35 हवाईअड्डों के निर्माण में पीडब्लूसी की सहभागिता रही है।
18 दिसम्बर को यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास कार्यालय में टीईएफआर को लेकर तकनीकी बिड खोली गई थी। इसमें इंजीनियर इंडिया लिमिटेड, केपीएमजी एडवाइजरी सर्विसेज प्रालि, जेएलएल, प्राइस वाटर हाउस कापरस, डिलाइट टच टोमत्सु इंडिया लिमिटेड, सीबीआरई साउथ एशिया प्रालि. ने तकनीकी बिड डाली थी। इसमें इंजीनियर इंडिया लिमिटेड तकनीकी बिड में डिस क्वालीफाइड हो गई थी। फाइनेंशियल बिड में पांच कंपनियां शामिल हुई। शुक्रवार को अपरान्ह तीन बजे प्राधिकरण व एयरपोर्ट अर्थारिटी आफ इंडिया के अधिकारियों की मौजूदगी में फाइनेंशियल बिड खोला गया।
यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरूणवीर सिंह ने बताया कि पीडब्लूसी ने फाइनेंशियल बिड क्वालीफाई किया। जिसके आधार पर पीडब्लूसी को टीईएफआर तैयार करने के लिए कंसल्टेंट के तौर काम का अवार्ड पत्र जारी कर दिया गया। पीडब्लूसी कंपनी को 31 मार्च 2018 तक टेक्नो आर्थिक फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करनी होगी।