मोदी सरकार के 3 साल पर जावडे़कर ने पेश किया रिपोर्ट कार्ड
प्रकाश जावडे़कर ने शिक्षा के क्षेत्र में केन्द्र सरकार के तीन साल के रिपोर्ट कार्ड को आज पेश करते हुए कहा कि ‘लर्निंग आउटकम’ को शिक्षा के अधिकार में शामिल करना ही उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है;
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने शिक्षा के क्षेत्र में केन्द्र सरकार के तीन साल के रिपोर्ट कार्ड को आज पेश करते हुए कहा कि ‘लर्निंग आउटकम’ को शिक्षा के अधिकार में शामिल करना ही उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है और सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारना उनकी सबसे बड़ी चुनौती है।
जावडे़कर ने भारतीय जनता पार्टी की चुनावी जीत के आज तीन साल पूरे होने के मौके पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि ‘नो डिटेंशन पाॅलिसी’को समाप्त करने के लिए विधेयक तैयार है और मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने के बाद उसे संसद में पेश किया जायेगा।
उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता के लिए बीएड संस्थानों पर नकेल कसने का जिक्र करते हुए कहा कि ये संस्थान आज ऐसे खुल गए हैं कि ‘आज पैसे भरो और कल डिग्री लो’। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 में कोई बीएड काॅलेज नहीं खोला जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी टीचर एजुकेशन काॅलेजों को गुणवत्ता को लेकर हलफनामा भरने के निर्देश दिए गए हैं और सात हज़ार काॅलेजों ने हलफनामे भरे हैं।
जिन काॅलेजों ने हलफनामे नहीं भरे हैं उन्हें नोटिस जारी किया गया हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए शिक्षक अभिभावक और स्कूल तीनों की जिम्मेवारी है। इसलिए शिक्षकों की गुणवत्ता बढ़ने के साथ छात्रों के लर्निंग आउटकम को अब शिक्षा के अधिकार कानून में शामिल किया गया है।
हर विषय के लर्निंग आउटकम क्या-क्या होंगे यह तय किया गया है और उसे स्कूल की दीवारों पर लिख दिया जायेगा ताकि छात्र जान सकें कि उन्हें क्या-क्या सीखना है और शिक्षकों को भी मालूम हो जाये कि उन्हें बच्चों को क्या-क्या सिखाना है।