एक ओर से खुला जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग
कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले तीन सौ किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को भूस्खलन के कारण दो दिनों तक बंद रखने के बाद आज भारी वाहनों के एक तरफ से संचालन के लिए खोल दिया;
श्रीनगर। कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले तीन सौ किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को भूस्खलन के कारण दो दिनों तक बंद रखने के बाद आज भारी वाहनों के एक तरफ से संचालन के लिए खोल दिया गया।
इस मार्ग को एक तरफ से खाेल दिये जाने के कारण कश्मीर घाटी के लिए आवश्यक वस्तुएं लेकर जाने वाले वाहन सुबह से ही रवाना होने लगे।
यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने यूनीवार्ता को बताया कि हल्के वाहन हालांकि दोनों तरफ यात्रा कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि राजमार्ग पर भारी वाहनों के लिये एक तरफा यातायात खोला गया है।
राजमार्ग को दो दिनों तक बंद रखने के बाद आज जम्मू से कश्मीर घाटी जाने वाले वाहनों को अनुमति दी रही है।
ऊधमपुर के माेध पासी में 11 सितम्बर को भूस्खलन होने से सड़क और पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद राजमार्ग पर यह प्रतिबंध लगाया गया था।
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने तत्काल मरम्मत कार्य शुरू कर दिया था।
हल्के वाहनों को हालांकि जम्मू-कश्मीर राजमार्ग पर दोनों तरफ से आवाजाही की अनुमति कल ही मिल गयी थी।
सेना, अर्द्धसैनिक बलों के साथ-साथ किसी भी वाहन को कश्मीर से जम्मू जाने की अनुमति नहीं है।
अगले आदेश तक भारी वाहन केवल जम्मू से कश्मीर घाटी की तरफ ही जा सकेेंगे।
इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक(यातायात) जगजीत कुमार ने भूस्खलन के बाद क्षतिग्रस्त हुए मोध पासी, ऊधमपुर और अन्य इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने प्रभावित इलाकों विशेषकर मोध पासी में सड़क मरम्मत कार्य कर रहे अधिकारियों से पूछताछ की और मरम्मत कार्य जल्द पूरा करने के लिये निर्देश दिये जिससे यातायात जल्द से जल्द बहाल किया जा सके।
इस दौरान जम्मू क्षेत्र के राजौरी,पुंछ तथा दक्षिण कश्मीर में शोपियां के बीच जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग के विकल्प के तौर पर उपयोग किये जाने वाले 86 किलोमीटर लम्बे मुगल रोड पर दोनों तरफ से हल्के वाहनों की आवाजाही लगी रही।
उन्होंने बताया कि लद्दाख क्षेत्र को राज्य के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सामान्य रहा।