उद्योग जगत को कारोबारी नैतिकता को लेकर अपनी अंतरात्मा में झांकना चाहिए: जेटली

केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' में आगे बढ़ने के लिए भारतीय उद्योग जगत को कारोबारी नैतिकता को लेकर अपनी अंतरात्मा में झांकने की जरूरत है।;

Update: 2018-02-24 18:04 GMT

नई दिल्ली।  पंजाब नेशनल बैंक में हुए 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले में हीरा कारोबारी नीरव मोदी की कथित संलिप्तता के खुलासे के बाद केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' में आगे बढ़ने के लिए भारतीय उद्योग जगत को कारोबारी नैतिकता को लेकर अपनी अंतरात्मा में झांकने की जरूरत है।

उन्होंने कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के सत्ता में आने के बाद अनुबंध देने और संसाधनों के आवंटन में प्रशासन की विवेकाधीन शक्तियों को खत्म करने से राजनीतिक भ्रष्टाचार में 'महत्वपूर्ण कमी' आई है। अगले हफ्ते से चुनावी बांड की बिक्री शुरू होनेवाली है, जो देश में राजनीतिक धन व्यवस्था की सफाई करने में एक निर्णायक कदम होगा।

उन्होंने कहा कि भारत वर्ल्ड बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की शीर्ष रैकिंग में आगे बढ़ा है, जिसके पीछे सरकार द्वारा किए गए उपाय हैं, जो कि सरकार की जिम्मेदारी है। 

वित्तमंत्री ने यहां ईटी ग्लोबल बिजनेस समिट में कहा, "ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सरकार की जिम्मेदारी है। इसके साथ ही उद्योग की भी जिम्मेदारी है कि वह नैतिकता को लेकर अपनी अंतरात्मा में झांके।"

उन्होंने कहा, "भारतीय व्यवसाय को नैतिक व्यवसाय करना सीखना होगा। जो ऐसा नहीं करेंगे, उन्हें व्यापार और नागरिक कानूनों के तहत अंजाम भुगतना होगा, साथ ही उन पर आपराधिक कानूनों के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।"
 

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