जयपुर-आगरा हाईवे लगातार सातवें दिन भी रहा जाम
जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग-21 गुरुवार को लगातार सातवें दिन भी बंद रहा;
जयपुर। जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग-21 गुरुवार को लगातार सातवें दिन भी बंद रहा, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने धरने पर बैठकर अपना विरोध जारी रखा, क्योंकि सरकारी अधिकारियों के साथ कई दौर की चर्चा हाने के बावजूद कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका। प्रदर्शनकारी आत्महत्या करने वाले मोहन सिंह के लिए मुआवजे के साथ-साथ माली, सैनी कुशवाहा और मौर्य समुदाय के लिए 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
सिंह सैनी समुदाय के एक आंदोलनकारी थे, जो 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर राजमार्ग पर विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे। उसने मंगलवार को आत्महत्या कर ली।
सिंह ने अरोडा के पास चाह गांव में राजमार्ग के किनारे एक पेड़ से फांसी लगा ली।
आंदोलनकारी अब मोहन सिंह के परिवार के लिए 1 करोड़ रुपये का मुआवजा, उनके बेटे को सरकारी नौकरी और शहीद का दर्जा देने की भी मांग कर रहे हैं।
संभागीय आयुक्त सांवर मल वर्मा ने एहतियात के तौर पर गुरुवार की रात 12 बजे तक फिर से इंटरनेट बंद कर दिया है।
बुधवार को नदबई विधायक जोगिंदर सिंह ने आंदोलन स्थल अरोडा गांव पहुंचकर मोहन सिंह के बेटे नीरज को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी थी।
सिंह के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर बुधवार को प्रशासन और प्रदर्शनकारियों के बीच चर्चा हुई थी।
हालांकि, एक समझौता नहीं किया जा सका और विरोध जारी रहा। मुआवजे की घोषणा होने तक आंदोलनकारी नेशनल हाईवे खाली करने को तैयार नहीं हैं।
धरना स्थल पर पानी के टैंकर तैनात किए गए हैं।
प्रदर्शनकारियों के लिए खाने की भी व्यवस्था की गई है।
इस बीच, गुरुवार को महिला आंदोलनकारियों की संख्या में इजाफा देखा गया। उन्हें डंडे के साथ टेंट में बैठाया गया।
चक्का जाम 21 अप्रैल से जारी है।
जाम लगने से आम लोगों को जयपुर और आगरा आने-जाने में परेशानी हो रही है। जयपुर जाने वाले वाहनों को उचैन व देहरा मोड़ से डायवर्ट किया गया है।
जाम के कारण वाहनों को लगभग 15-20 किलोमीटर ज्यादा दूरी करनी पड़ रही है।