एनीकट बहा, 3 निलंबित, नेता प्रतिपक्ष सिंहदेव व भूपेश ने उठाया मामला

रायपुर ! बिलासपुर जिले में अरपा नदी पर साढ़े सात करोड़ की लागत से निर्मित घटिया एनीकट बह जाने का मामला आज विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने उठाया।;

Update: 2017-03-08 00:11 GMT

जल संसाधन मंत्री ने की सदन में घोषणा
रायपुर !   बिलासपुर जिले में अरपा नदी पर साढ़े सात करोड़ की लागत से निर्मित घटिया एनीकट बह जाने का मामला आज विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने उठाया। इस मामले में जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने विभाग के 2 सब इंजिनियर व एक एसडीओ को तत्काल निलंबित करने सदन में घोषणा की। उन्होंने कहा कि दोषी ठेकेदार पर भी कार्रवाई की जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव व भूपेश बघेल ने मंगलवार को ध्यानाकर्षण सूचना के जरिए यह मामला उठाया। सदस्यों ने आरोप लगाया कि इस मामले में ईई को बचाया जा रहा है। इस पर मंत्री ने कहा कि वे अब तक विधानसभा में 17 अधिकारियों को निलंबित कर चुके है। यह छग के इतिहास में रिकार्ड है। उन्होंने कहा कि ईई दोषी नहीं है। उसके पूर्व श्री सिंहदेव ने कहा कि बिलासपुर जिले में बेलगहना से लगे चाटापारा में अरपा नदी पर साढ़े सात करोड़ की लागत से एनीकट का निर्माण किया गया था। लोकार्पण पश्चात कुछ ही दिनों में एनीकट का अप स्ट्रीम एवं डाउन स्ट्रीम भाग बरसात के प्रवाह में बह गया। निर्माण कार्य के दौरान ही एनीकट की नींव के नीचे से पानी का रिसाव हो रहा था। एनीकट के नीचे पानी को रोकने डायफ्रम वाल के निर्माण में निम्न स्तर की तकनीक का प्रयोग किया गया, जिसके कारण एनीकट पूर्णता वाले वर्ष में ही पहली बरसात के नदी के प्रवाह को सहन नहीं कर पाया। तथा क्षतिग्रस्त होकर बह गया। अधिकारियों द्वारा निर्माण एजेंसी से विभाग में जमा धरोहर राशि से क्षतिग्रस्त भाग का संधारण कार्य बरसात बाद कराया गया। परन्तु पिछले बरसात में चाटापारा एनीकट का रिपेयर किया हुआ भाग पुन: नदी के तेज प्रवाह में क्षतिग्रस्त होकर बह गया। जनसंसाधन मंत्री ने अपने लिखित जवाब में बताया कि एनीकट का निर्माण रुपए 710.28 लाख की लागत से 13 मार्च 2013 को पूर्ण किया गया एवं 18 अगस्त 2013 को लोकार्पण किया गया। दो वर्षों तक एनीकट को किसी भी प्रकार की कोई क्षति नहीं हुई थी। परंतु वर्ष 2015 में औसत से अधिक वर्षा होने के कारण एनीकट का कुछ भाग क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसे वर्ष 2015-16 में ठेकेदार मे. सकैनिक माइनिंग कंपनी, कोरबा की सुरक्षा निधि एवं अमानत राशि रुपए 21.12 लाख तथा विभागीय मद से रुपए 19.32 लाख से निविदा के माध्यम से ठीक कराया गया।
वर्ष 2016-17 में बरसात के पश्चात यह देखा गया कि एनीकट के डाउनस्ट्रीम में फिक्शन ब्लाक एवं सिल में मामूली क्षति हुई है।
निर्माण कार्यों में लापरवाही एवं अनियमितता के लिए तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी एवं उप अभियंता को निलंबित करने का निर्णय लिया है। साथ ही ठेकेदार के विभाग में चल रहे अन्य कार्यों से मरम्मत में होने वाले खर्च के पैसों की वसूली का निर्णय करने के साथ ही ठेकेदार पर भी कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है।

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