शिक्षा व उद्योग जगत को जोड़ने के लिए जीबीयू में शुरू हुई पहल
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को उद्योग जगत से जोड़ने के लिए इंडस्ट्री एकेडमिया इंटरफेस का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रभात कुमार के निर्देश पर हुआ;
ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को उद्योग जगत से जोड़ने के लिए इंडस्ट्री एकेडमिया इंटरफेस का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रभात कुमार के निर्देश पर हुआ, जिसमें जिले के विभिन्न उद्योग जगत के प्रतिनिधियों विश्वविद्यालय में चलने वाले कोर्स व सुविधाओं की जानकारी देने के साथ उनसे भागीदारी करने का आग्रह किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय में चल रहे विषयों के पाठ्यक्रम से उद्योग के प्रतिनिधियों को अवगत कराना ताकि कंपनियां छात्रों को अपनी कंपनी के अनुरुप तैयार कर सकें।
कंपनियों से आग्रह किया गया है कि छात्रों को ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट, इंडस्ट्री विजट, ज्वाइंट रिसर्च, इंडस्ट्री के अनुरुप विभिन्न पाठ्यक्रम डिजाइन के साथ गरीब छात्र-छात्राओं के लिए छात्रवृत्ति कोष में योगदान का प्रस्ताव रखा। जिसका उद्यमियों ने स्वागत किया तथा भागीदारी करने का आश्वासन दिया।
इस कार्यक्रम में डीन एकेडमिक प्रो. श्वेता आनन्द ने गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों से कार्यक्रम में शामिल लोगों को अवगत कराया और साथ ही विश्वविद्यालय के विभिन्न सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर कुलपति प्रभात कुमार ने संबोधित करते कहा कि इस कार्यक्रम का मकसद विश्वविद्यालय एवं आस-पास स्थित उद्योगों के बीच सामंजस्य बनाना है। उन्होंने प्रतिनिधियों को छात्रों के प्लेसमेंट के लिए विश्वविद्यालय आने का आग्रह किया, उन्होंने प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि गौतमबुद्ध विवि में सबकुछ है जो उन्हें चाहिए।
अगर उद्योग के प्रतिनिधि चाहे तो विश्वविद्यालय उनके अनुसार भी कार्यक्रम शुरू कर सकते हैं जो कम और ज्यादा अवधि तक हो सकती है। उन्होंने बताया कि यीडा के सीईओ डॉ. अरुण सिंह ने दो करोड़ रुपए अनुदान देने की घोषणा की, जिसका इस्तेमाल विश्वविद्यालय के मेधावी एवं जरुरतमंद छात्रों को छात्रवृत्ति देने में करेगी। डॉ. प्रभात कुमार ने बताया जो फिक्स डिपाजिट होगा उसके व्याज से छात्रों को छात्रवृत्ति दिया जाएगा। इस अवसर पर यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह, विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अशोक कुमार सिंह सहित चालिस से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।