संविधान ईमानदारी से लागू होता तो भारत नंबर-1 देश होता : केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां मंगलवार को कहा कि अगर देश ने संविधान को ईमानदारी से लागू किया होता तो भारत दुनिया का नंबर एक देश होता;

Update: 2019-11-26 22:34 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां मंगलवार को कहा कि अगर देश ने संविधान को ईमानदारी से लागू किया होता तो भारत दुनिया का नंबर एक देश होता। केजरीवाल ने कहा कि संविधान अभी भी पूरी तरह से लागू नहीं हुआ है, जिसकी वजह से उनकी सरकार को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। दिल्ली सरकार के 'संविधान एट 70' अभियान के समापन समारोह के अवसर पर दिल्ली के सरकारी स्कूलों के छात्रों, शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने बाधाओं का सामना करने के बावजूद संविधान के अनुसार काम किया।

उन्होंने कहा, "अगर हम ईमानदारी से एक दिन के लिए संविधान लागू करते हैं तो कोई भी हमें दुनिया में नंबर एक होने से नहीं रोक सकता है। अगर हम इसे पूरी तरह से पालन करते हैं तो हमारा देश दुनिया में नंबर एक होगा।"

इस दौरान उन्होंने छात्रों और शिक्षकों को संविधान की शपथ भी दिलाई।

इस अवसर पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि संविधान सिर्फ संविधान ही नहीं, बल्कि लोगों के लिए जीने का एक तरीका है।

सिसोदिया ने कहा, "यह हमें सिखाता है कि हमें एक-दूसरे के साथ कैसे रहना चाहिए। हमें न केवल अपने अधिकारों के बारे में बात करनी चाहिए, बल्कि अपने कर्तव्यों के बारे में भी चर्चा करनी चाहिए।"

26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिसे संविधान को अपनाने के लिए राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता है।

संविधान सभा ने 26 नवंबर, 1949 को संविधान को अपनाया और 26 जनवरी, 1950 को इसे लागू किया गया।

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