मानवाधिकार अायाेग ने इंजीनियरिंग छात्रा की मौत के मामले में दिये कड़े निर्देश
अगरतला राष्ट्रीय मानवाधिकार अायाेग ने त्रिपुरा की 17 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा की मौत के मामले में पश्चिम त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक को आरोपियों के खिलाफ आठ हफ्तों में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए;
अगरतला। अगरतला राष्ट्रीय मानवाधिकार अायाेग ने त्रिपुरा की 17 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा की मौत के मामले में पश्चिम त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक को आरोपियों के खिलाफ आठ हफ्तों में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
अनवारा को मौत के बाद मुस्लिम रीति के अनुसार दफनाया गया था और उसके शव का पोस्टमार्टम भी नहीे कराया गया था लेकिन बाद में छात्र संगठनों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने कब्र से शव को बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम कराया जिसमें यह बात सामने आई कि जहरीले पदार्थ के कारण उसकी माैत हुई है।
इस मामले में रोचक पहलू यह भी है कि उसके मामा ने किसी तरह मृत्यु प्रमाण पत्र हासिल कर लिया था जिसमें मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना बताया गया था। पुलिस ने बाद में उसकेे मामा नूर मोहम्मद के खिलाफ अगरतला पुलिस थाने में धारा 302 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया था जिसके बाद वह पिछले तीन माह से जेल में बंद है।
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में उन दोनों डाक्टरों के खिलाफ जांच कराई है जिन्होंने अनवारा चौधरी मामले में मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत का कारण दिल का दौरा बताया था।
इन दोनों चिकित्सकों डा़ मनोरंजन देबबर्मा और श्याम सुंदर साहा को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने विधानसभा में आश्वासन दिया था कि दोषी डाक्टरों के खिलाफ लापरवाही बरतने के मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी लेकिन अभी तक इनके खिलाफ कोई कदम नहीे उठाया गया है। इस मामले की जांच सीआईडी कर रही है।
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की अध्यक्ष कल्याणी रॉय ने कहा कि मुख्यमंंत्री मणिक सरकार के पास इतना भी समय नहीे है कि वे पीड़ित परिवार के पास जाकर उन्हें सांत्वना दे सके और इस मामले में उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया भी नहीं आई है। उन्होंने कहा कि हम इस मामले की तह तक जाएँगे और हत्या तथा सबूतों को नष्ट करने में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे।