मानवाधिकार हनन के आधा दर्जन से अधिक मामले में संज्ञान
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मानवाधिकार हनन के आधा दर्जन से अधिक मामले में संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब-तलब किया;
भोपाल । मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मानवाधिकार हनन के आधा दर्जन से अधिक मामले में संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब-तलब किया है।
आयोग की ओर से आज यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार आयोग ने भोपाल में अक्षय तृतीया के अवसर पर आयोजित सामूहिक विवाह समारोहों में महिला बाल विकास विभाग की टीम के गायब रहने को लेकर कलेक्टर से प्रतिवेदन मांगा है।
वहीं उज्जैन के ग्राम नाग गुराड़िया में एक बारात पर पथराव कर दूल्हे को घोड़ी से उतारने के सिलसिले में पुलिस महानिरीक्षक से सवाल किया है कि क्या सभी आरोपीगण गिरफ्तार हो गये हैं।
इसी तरह मुख्यमंत्री के गृह जिले में छेड़छाड़ की शिकार महिला की रिपोर्ट राजगढ़ थाने का होने के कारण नहीं लिखी जाने के मामले में राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक से प्रतिवेदन मांगा है।
टीकमगढ़ जिले के तिदारी गांव में बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे लोगों की परेशानी के मद्देनजर संबंधित सीईओ तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी से प्रतिवेदन मांगा है।
इसी प्रकार भोपाल के कोहेफिजा क्षेत्र में नाबालिग के साथ सौतेले पिता और चाचा ने दुष्कर्म किये जाने के मामले में पुलिस उप महानिरीक्षक, भोपाल से प्रतिवेदन तलब किया है। वहीं दूसरी ओर मंडीद्वीप में यातायात पुलिस के हवलदार द्वारा युवक को थाने लाकर पीटने के मामले में पुलिस अधीक्षक रायसेन से जांच प्रतिवेदन मांगा है।
इसके अलावा आयोग ने सेंट्रल जेल में एक बंदी पर दूसरे बंदी द्वारा जानलेवा हमला करने के मामले में डीआईजी जेल, जेल मुख्यालय, भोपाल से पीडित बंदी की मेडिकल रिपोर्ट एवं किये जा रहे इलाज की जानकारी सहित जांच प्रतिवेदन तलब किया है। साथ ही भोपाल के गोविन्दपुरा स्थित एक शादी हाॅल में चल रहे विवाह कार्यक्रम के दौरान बंदूक से हर्ष फायर होने के कारण वीडियोग्राफर सौरभ मीणा की मृत्यु हो जाने के मामले में डीआईजी भोपाल से प्रतिवेदन तलब किया है।