हासन ने अभी तक नहीं मांगी है माफी, कर्नाटक में कमल हासन की फिल्म का बहिष्कार
अभिनेता कमल हासन की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘ठग लाइफ’ की रिलीज की तारीख पांच जून नजदीक आ रही है, लेकिन कन्नड़ भाषा को लेकर उनके दिये गये बयान पर उपजा विवाद अभी जारी है;
बेंगलुरु। अभिनेता कमल हासन की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘ठग लाइफ’ की रिलीज की तारीख पांच जून नजदीक आ रही है, लेकिन कन्नड़ भाषा को लेकर उनके दिये गये बयान पर उपजा विवाद अभी जारी है।
हासन ने अभी तक अपने उस बयान को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी है। उन्होंने कहा था कि कन्नड़ भाषा तमिल से निकली है। कर्नाटक फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स (केएफसीसी) ने कई थिएटर मालिकों के समर्थन से फिल्म की स्क्रीनिंग पर राज्यव्यापी प्रतिबंध लगा रखा है। कर्नाटक रक्षण वेदिके सहित कन्नड़ समर्थक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है और हासन की टिप्पणियों की निंदा करते हुए थिएटरों को फिल्म रिलीज न करने की चेतावनी दी है।
उन्होंने हासन की टिप्पणियों को कन्नड़ भाषा एवं संस्कृति का सीधा अपमान बताया है। केएफसीसी के अध्यक्ष एम नरसिम्हालु ने दोहराया कि जब तक हासन सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते, कर्नाटक में कोई भी थिएटर ‘ठग लाइफ’ नहीं दिखायेगा। भाषाई गौरव और पहचान से जुड़ी गहरी भावनाओं को उभारने वाला यह विवाद कर्नाटक उच्च न्यायालय तक पहुंच गया है, जहां हासन ने फिल्म की रिलीज और थिएटरों तथा दर्शकों की सुरक्षा के लिए याचिका दायर की है।
देश के अन्य राज्यों में अग्रिम बुकिंग शुरू होने के बावजूद कर्नाटक अकेला ऐसा राज्य है, जहां अब तक कोई स्क्रीनिंग निर्धारित नहीं है। मणिरत्नम द्वारा निर्देशित और स्टार-स्टडेड कास्ट वाली इस फिल्म की राज्य में रिलीज के खिलाफ और स्थानीय स्तर पर कड़े विरोध के कारण अधर में लटकी हुई है। इस आवेशपूर्ण माहौल में भूमिका थिएटर के मालिक ने थिएटर की स्थिति स्पष्ट कर दी है।
उन्होंने कहा, “हासन की ठग लाइफ कहीं और रिलीज हो सकती है या नहीं, लेकिन हमारे थिएटर में यह प्रदर्शित नहीं होगी। कन्नड़ संगठनों ने भाषा पर समर्थन मांगने के लिए हमसे संपर्क किया, और इसलिए हमने फिल्म को रिलीज न करने का फैसला किया है। ”
उन्होंने कहा, “ फिल्म की स्क्रीनिंग में आमतौर पर निर्माता या उनके नामित वितरक से वितरण अधिकार प्राप्त करना शामिल होता है, लेकिन, इस मामले में, हमने उनसे संपर्क नहीं किया है। हम फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं करेंगे। ”
थिएटर मालिक ने कहा, “ कन्नड़ समूहों ने स्पष्ट रूप से कमल हासन के बयानों को आपत्तिजनक बताया है। उन्होंने हमसे किसी भी परिस्थिति में फिल्म को रिलीज़ न करने के लिए कहा है। कन्नड़ का अपमान करना अस्वीकार्य है। हासन ने हालांकि कथित तौर पर दावा किया कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था, लेकिन नुकसान हो चुका है और हमने मीडिया में आक्रोश देखा है। इसलिए, हम अपने फैसले पर अडिग हैं।”
वरिष्ठ नेता और विधान परिषद में विपक्ष के नेता चालावादी नारायणस्वामी ने भी कन्नड़ पहचान के महत्व पर जोर देते हुए अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “ हमारी पहचान कन्नड़ में निहित है। संविधान किसी को भी किसी अन्य व्यक्ति या भाषा का अपमान करने की अनुमति नहीं देता है।”
उन्होंने कमल हासन से बिना देरी किये माफ़ी मांगने का आग्रह किया और चेतावनी दी कि यदि आप वास्तव में अन्य भाषाओं का सम्मान करते हैं, तो तुरंत माफ़ी मांगें। अन्यथा, लोग आपको माफ़ नहीं करेंगे - वे आपको सबक सिखायेंगे। उन्होंने फ़िल्मी हस्तियों से अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी को पहचानने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, “ आपकी भूमिका मनोरंजन करना या सकारात्मक मूल्य प्रदान करना है। विवाद पैदा करना और जनता को गुमराह करना सही रास्ता नहीं है। यदि आपके कार्यों से लोग नाराज़ होते हैं, तो आपको परिणामों के बारे में सोचना चाहिए।”
जैसे-जैसे रिलीज की तारीख 5 जून नजदीक आ रही है, यह विवाद तीव्र भावनायें पैदा कर रहा है, तथा कर्नाटक में भाषाई गौरव की संवेदनशील प्रकृति और इसके व्यापक सांस्कृतिक निहितार्थों को उजागर कर रहा है।