गुजरात : बाढ़ से जीवन संकट में
गुजरात में आई भयावह बाढ के बीच सर्वाधिक प्रभावित बनासकांठा और पाटन जिलों समेत लगभग पूरे उत्तरी हिस्से में भारी वर्षा की चेतावनी के बाद सेना और अन्य एजेंसियां की ओर से बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी रही;
गांधीनगर। गुजरात में आई भयावह बाढ के बीच सर्वाधिक प्रभावित बनासकांठा और पाटन जिलों समेत लगभग पूरे उत्तरी हिस्से में कल तक भारी वर्षा की चेतावनी के बीच वायु सेना के 11 हेलीकॉप्टर, सेना की तीन टुकडियों और एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियां की ओर से राहत और बचाव कार्य आज भी युद्ध स्तर पर जारी रहा।
बाढ तथा वर्षा जनित घटनाओं के चलते अब तक कम से कम 111 लोगाें की मौत की आधिकारिक पुष्टि हुई हैं। इनमें से 17 के शव आज बनासकांठा के रूणी खारिया गांव से बरामद हुए जिनमें 14 एक ही परिवार के हैं। मरने वालों में 33 बिजली गिरने से तथा 58 बह जाने के कारण मरे बताए गए हैं।
बाढ़ से एक हजार से अधिक पशु भी मारे गए हैं। मानव और पशु मृत्यु की संख्या बहुत अधिक भी हो सकती है क्योंकि अब भी कई इलाके पूरी तरह जलमग्न हैं और हजारों लोग अब भी इनमें फंसे हुए हैं।
बड़ी संख्या में लोग लापता भी बताये गये हैं जिनके बाढ में बह जाने की आशंका है। आधा दर्जन राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 800 से अधिक सडके क्षतिग्रस्त हुई हैं।
रेल पटरियों के बह जाने अथवा इन पर जलभराव के कारण दो दर्जन से अधिक ट्रेन रद्द की गयी हैं, कई को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है जबकि बहुतों को आंशिक रूप से निरस्त किया गया है।
सैकड़ों गांव में बिजली की आपूर्ति बाधित है जिसे सुचारू करने के लिए कई टीमों को लगाया गया है।
राज्य के बाढ नियंत्रण कक्ष की कमान संभाल रहे राजस्व मंत्री भूपेन्द्रसिंह चूडासमा ने बताया कि पिछले 24 घंटे में बाढ में फंसे 1144 लोगों को बचाया गया है।
बड़ी संख्या में पशु चिकित्सा विभाग की टीम को मृत पशुओं के शवों को वैज्ञानिक तरीके से दफनाने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है ताकि बीमारियां न फैले।
पीने के पानी और खाने के पैकेट और अन्य राहत सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है। उधर पिछले 24 घंटे में 160 तालुका में वर्षा हुई है जिनमें सर्वाधिक 219 मिमी हिम्मतनगर में है।
बनासकांठा के अमीरगढ में 180 मिमी वर्षा हुई है। 12 स्थानों पर 100 मिमी से अधिक वर्षा हुई है जबकि 33 स्थानों पर 50 मिमी से अधिक। राज्य में कुल वर्षा का औसत करीब 70 तक पहुंच गया है।
उधर उत्तर गुजरात और कच्छ में वर्षा का प्रतिशत औसत से ऊपर यानी क्रमश: 105.08 तथा 104.08 प्रतिशत हो गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 50 हजार से अधिक लोगों का स्थानांतरण किया गया है।
मध्य गुजरात के आणंद और खेडा में भी कुछ गांवों में बाढ जैसी स्थिति है। कई नदियां उफान पर हैं। कुल 203 में से 31 बांध छलक गए हैं।