हत्या से पहले गोयल को मिल रही थी धमकियां
हत्या से पहले मोती गोयल के मोबाइल पर धमकी भरे फोन आ रहे थे;
नोएडा। हत्या से पहले मोती गोयल के मोबाइल पर धमकी भरे फोन आ रहे थे। यह बात गोयल के बेटे उत्कर्ष ने पुलिस को बताई। पुलिस गोयल के फोन की सीडीआर खंगाल रही है। इस मामले में उत्कर्ष ने चार लोगों के खिलाफ नामजद व तीन के अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
आरोप है कि नामजद अनिल, विक्रम, विजय व ब्रजपाल ने ही मिलकर घटना को अंजाम दिया। पुलिस अलग-अलग एंगलो से जांच कर रही है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।
दरअसल, पूरा विवाद हिंडन विहार स्थित 10 बीघा जमीन के लिए था। बताया गया कि बसपा शासन काल में मोती गोयल जेल में था। उस दौरान विक्रम व विजय ने इस जमीन पर कब्जा कर यहा डेरी का काम शुरू कर दिया। इसमे उनका साथ ब्रजपाल नागर व अनिल ने दिया। गोयल के जेल से बाहर आने पर उसे इसका पता चला। अपने वर्चस्व के चलते गोयल ने विक्रम व विजय को वहां से हटाकर जमीन पर कब्जा कर लिया।
यह भी बताया गया कि यह जमीन गोयल के नाम थी। सूत्रों की माने तो इस जमीन पर गोयल ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कब्जा किया था। अदालत में भी जमीन को लेकर सुनवाई की जा रही है। दोनों नामजद लोगों ने भी अदालत में जमीन को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की थी। फिलहाल गोयल ने यहा बिल्डिंग का निर्माण शुरू कर दिया। जिसको लेकर विजय व विक्रम के अलावा दोनों नामजद लोग गोयल से खफा थे। इसको लेकर कई बार दोनों पक्षों के बीच झगड़ा हो चुका था।
गोयल के बेटे उत्कर्ष ने बताया कि हत्या से पहले पिता को फोन पर धमकियां मिल रही थी। जिससे वह परेशान चल रहे थे। लेकिन इसका नतीजा यह होगा किसी ने नहीं सोचा था। फिलहाल पुलिस मोती गोयल के फोन के सीडीआर की जांच कर रही है।
इस पूरे मामले की जांच के लिए चार टीमे बनाई गई है। चारों टीमे अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। लेकिन अभी तक एक भी आरोपी गिरफ्त में नहीं आया है। सभी आरोपी फरार है।
एसएसपी डाक्टर अजय शर्मा ने बताया कि जल्द ही फरार आरोपियों को गिरफ्त में लिया जाएगा। जांच पड़ताल के दौरान कई सबूत मिले है। इनको श्रंखला बद्ध किया जा रहा है जल्द ही हत्यारोपी को सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।