सिकलसेल की बीमारी से निजात दिलाने कृतसंकल्पित है सरकार : मुंडा

केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने शुक्रवार को कहा कि सिकलसेल एनीमिया को चुनौती के रूप में लेते हुए इस बीमारी से निजात पाने के लिए सरकार कृतसंकल्प है;

Update: 2020-06-20 05:10 GMT

नई दिल्ली। केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने शुक्रवार को कहा कि सिकलसेल एनीमिया को चुनौती के रूप में लेते हुए इस बीमारी से निजात पाने के लिए सरकार कृतसंकल्प है।

श्री मुंडा विश्व सिकल सेल दिवस के अवसर पर यहां उनके मंत्रालय,फिक्की,अपोलो हॉस्पिटल्स,नोवार्टिस और ग्लोबल अलायन्स ऑफ सिकल सेल डिजीज आर्गेनाईजेशन की ओर से आयोजित नेशनल सिकल सेल कॉन्क्लेव वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिकलसेल की व्याधि जनजाति समूहों में व्याप्त है और हर 86 बच्चों में से एक बच्चे में यह बीमारी पायी जाती है। इसके निराकरण के लिए जन जागरूकता और इलाज आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि जनजातीय कार्य मंत्रालय ने इस बीमारी की गंभीरता को समझा है। इसके सार्थक हल के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। राज्यों को आईसीएमआर के सहयोग से जनजातीय छात्रों की स्क्रीनिंग के लिए राशि उपलब्ध करायी गयी है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से राज्यों में कार्यशालाएं आयोजित की गयी है।

उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों की ओर से प्रदत्त आंकड़ों के अनुसार एक करोड़ 13 लाख 83 हजार 664 लोगों की स्क्रीनिंग में लगभग नौ लाख 96 हजार 368 में यह व्याधि परिलक्षित हुए जबकि नौ लाख 49 हजार 57 लोगों में लक्षण और 47 हजार 311 लोगों में बीमारी पायी गयी।

Full View

Tags:    

Similar News