हड्डी मिल व बूचडख़ानों पर लगाएंगे ताला: गुर्जर
गाजियाबाद ! सूबे में भाजपा की सरकार आते ही मीट फैक्ट्री (कमेला) और बूचडख़ाना संचालकों की नींद उड़ गई है।;
गाजियाबाद ! सूबे में भाजपा की सरकार आते ही मीट फैक्ट्री (कमेला) और बूचडख़ाना संचालकों की नींद उड़ गई है। चुनावी घोषणा पत्र में भाजपा और भाजपा के कई विधायकों ने ने यांत्रिक कमेले बंद कराने की बात कही थी। अब सरकार बनते ही इसका असर भी दिखने लगा है। पुलिस और प्रशासन के साथ नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों ने मीट और हड्डी फैक्ट्रियों को बंद कराने की कवायद शुरू कर दी है। लखनऊ में मुख्यमंत्री महंत आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह से लौटे लोनी के भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी अब एक्शन के मूड में दिख रहे हैं। उन्होंने शहर में हड्डी मिल, बूचडख़ानों और मीट फैक्ट्रियों को बंद कराने को प्राथमिकता देने की बात कही है। उनका कहना है कि हिंडन एयरबेस के फ्लाइंग जोन के भीतर पशुओं के कटान को पूरी तरह बंद कराया जाएगा। उनकी घोषणा से सभी समुदाय में भी खुशी की लहर है। हालांकि मीट कारोबारियों में खलबली मची हुई है। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने बताया कि निठौरा रोड पर तीन हड्डी मिलें हैं जबकि राशिद गेट और जमालपुरा कालोनियों में कई बूचडख़ाने चल रहे हैं। इसके अलावा शहर में कई स्थानों पर पशुओं के अवैध कटान किया जा रहा है। इन हड्डी मिलों और बूचडख़ानों से उठने वाली दुर्गंध से आसपास की कालोनियों में रहने वालों का जीना दूभर हो गया है।
लोगों को सांस, लीवर, टीबी आदि बीमारियां हो रही हैं। मामले में कई बार धरने प्रदर्शन भी हुए हैं। ऐसे में लोगों को इन परेशानियों से निजात दिलाना उनकी प्राथमिकता होगी। इसके लिए वह पूरी कानूनी लड़ाई भी लड़ेंगे। उधर, खिदमत-ए-आवाम समिति के अध्यक्ष मार्टिन फैसल का कहना है कि हड्डी मिलों के विरोध में कई बार आवाज उठ चुकी है लेकिन इन मिलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। अब नवनिर्वाचित विधायक इन्हें बंद कराने की बात कर रहे हैं तो यह अच्छा है। उधर, बजरंग दल के नेता विकास मावी ने भी कहा कि हड्डी मिल बंद कराने के लिए विधायक से वार्ता की जाएगी।
हर तरह से उनका साथ दिया जाएगा।
सरकार बनते ही फैक्ट्री में जांच को पहुंचे अधिकारी
कुछ दिन पहले भाजपा को जनादेश मिलते ही प्रशासन की टीम ने निठौरा रोड स्थित एक हड्डी मिल की जांच पड़ताल की। अधिकारियों ने मिल के प्रदूषण नियंत्रण और अन्य एनओसी व दस्तावेजों की जांच की। इस बारे में नायब तहसीलदार नीरज द्विवेदी ने बताया कि स्थानीय लोगों ने मिल से बदबू आने की शिकायत की थी, जिस पर एसडीएम के आदेश पर उन्होंने मिल का निरीक्षण किया। इस दौरान कुछ गंदगी दिखी, जिस पर साफ-सफाई की हिदायत दी गई।
उधर, मिल संचालक एहसान कुरैशी का कहना है कि उनके पास मिल चलाने के पूरे कागजात हैं। ऐसे में किसी भी स्थिति में अगर जबरन उनकी मिल पर कार्रवाई की जाती है तो वह पूरी कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।