भू-माफिया बेखौफ हो बेच रहे है प्लाट

ट्रांस हिंडन शहर में अवैध निर्माण को लेकर जीडीए और प्रशासन का अभियान जोर-शोर से चल रहा है तो भूमाफिया भी अवैध निर्माण करने में पीछे नहीं है;

Update: 2017-08-30 14:55 GMT

गजियाबाद। ट्रांस हिंडन शहर में अवैध निर्माण को लेकर जीडीए और प्रशासन का अभियान जोर-शोर से चल रहा है तो भूमाफिया भी अवैध निर्माण करने में पीछे नहीं है। मामला इंदिरा कॉलोनी का है। जहां जीडीए ने 9 मई को अभियान चलाकर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाया था। अब इस एरिया में दोबारा अवैध निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा अहिंसा खंड-2 की ग्रीन बेल्ट में भी अवैध तरीके से फार्महाउस बनाए जा रहे हैं। वहीं डूब क्षेत्र में भी प्लॉटिंग का काम जारी है।

15 बार हो चुकी है कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक, ट्रांस हिंडन की इंदिरा कॉलोनी में अवैध निर्माण के खिलाफ  जीडीए व प्रशासन 3 साल में करीब 15 बार अभियान चला चुका है। इसके बावजूद भूमाफिया की कारगुजारी कम नहीं हो रही है। ताजा मामले में प्राधिकरण ने 9 मई को कार्रवाई की थी।

पैम्पलेट बांटकर बेचे प्लॉट

बताया जा रहा है कि इंदिरा कॉलोनी में भूमाफिया ने पैम्पलेट बांटकर प्लॉट बेचनेे की जानकारी दी थी। जिन्हें लोगों ने खरीदना शुरू कर दिया। वहीं प्राधिकरण को यहां प्लॉटिंग की जानकारी मिली तो अफसरों ने कागजात चेक किए। ऐसे में कॉलोनी की जमीन मास्टरप्लान-2021 के तहत मनोरंजन के लिए आरक्षित मिली, जबकि प्लॉटिंग करने वालों ने इस जमीन को रिहायशी बताकर बेचना शुरू कर दिया था।

कॉलोनी में बने 400 प्लॉट

इंदिरा कॉलोनी में अब तक अलग-अलग साइज के करीब 400 प्लॉट काटे जा चुके हैं। इसकी जानकारी मिलने के बाद जीडीए की एनफोर्समेंट टीम ने अवैध निर्माण तोड़ दिए। 9 मई 2017 को जीडीए ने आखिरी बार यहां अभियान चलाकर करीब 50 अवैध निर्माणों को तोड़ दिया था। इसके बावजूद इलाके में दोबारा अवैध निर्माण होने लगे हैं।

अहिंसा खंड-2 में भी निर्माण

इंदिरा कॉलोनी के बाद अहिंसा खंड-2 के डूब क्षेत्र में भी धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहा है। यहां भी भूमाफिया प्लॉटिंग करके लोगों को जमीन बेच रहे हैं और उनके मकान बनवाने में भी मदद कर रहे हैं। अहिंसा खंड-2 में हिंडन पुश्ते के दूसरी तरफ  दर्जनों निर्माण हो चुके हैं। इसके अलावा अब यहां फार्महाउस भी बनाए जा रहे हैं।

हो चुका है हंगामा 

जानकारी के मुताबिक, प्लॉटिंग के इस खेल में जीडीए के कुछ जेई और सुपरवाइजर भी शामिल हैं। जिनकी मिलीभगत से ही यह गोरखधंधा चल रहा है। यही वजह है कि कुछ महीने पहले जब जीडीए की एनफोर्समेंट टीम डूब क्षेत्र में तोड़-फोड़ करने पहुंची तो लोग लाठी-डंडे लेकर सड़क पर उतर आए थे और हंगामा किया था।
हिंडन किनारे और डूब क्षेत्र में करीब 4000 मकान बने होने की जानकारी मिली है। जिन्हें नोटिस जारी करके हटने के लिए कहा गया है। इसके बावजूद कोई नहीं हटता है तो मकानों को तोड़ दिया जाएगा। हालांकि इन लोगों को एक साथ नहीं हटाया जा सकता है। ऐसे में योजना तैयार की जाएगी।     

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