भू.विस्थापितों ने किया प्रदर्शन,दिखाया दम

 एसईसीएल के विभिन्न परियोजनाओं से प्रभावित लगभग 41 गांवों के भू.विस्थापित नौकरी और मुआवजा व पुनर्वास की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चला रहे हैं;

Update: 2018-05-04 10:52 GMT

नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास के लिए भरी हुंकार
कोरबा।  एसईसीएल के विभिन्न परियोजनाओं से प्रभावित लगभग 41 गांवों के भू.विस्थापित नौकरी और मुआवजा व पुनर्वास की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चला रहे हैं। इस कड़ी में ऊर्जाधानी भू.विस्थापित कल्याण संघ के बैनर तले बुधवार 2 मई को दीपका.गेवरा खदान का कोल डिस्पैच बंद कर उत्पादन बाधित करने की चेतावनी दी गई थी। जिसे लेकर भू.विस्थापितों ने अपनी जायज मांगों को लेकर एसईसीएल के खिलाफ जंगी प्रदर्शन किया।

एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ भू.विस्थापितों ने जमकर नारेबाजी की। बताया जा रहा है कि भू.विस्थापित कोल डिस्पैच बाधित करने खदान के भीतर घुस गए थे। भू.विस्थापितों ने दीपका खदान अंतर्गत सुआभोड़ी में कोयला फेस को बंद कराने का दावा किया है। साथ ही गेवरा.दीपका खदान में कोल डिस्पैच बाधित करने के आंदोलन को भू.विस्थापितों ने सफल बताया है।

प्रभावित भूविस्थापित सुबह से ही भठोरा मैदान एवं रलिया स्कूल मैदान में जुटने लगे थे। थोड़ी देर में ही भू.विस्थापितों की अच्छी.खासी भीड़ दोनों स्थानों पर जमा हो गई। जिसके बाद भीड़  क्रमश: गेवरा एवं दीपका खदान की ओर आगे बढ़ गई। भू.विस्थापितों को रोकने पुलिस ने भी मोर्चा संभाल रखा था। दीगर जिले के सुरक्षा बल को भी तैनात किया गया था। इसके बाद भी खदान का घेराव करने में कामयाब रहे।

हालांकि एसईसीएल प्रबंधन द्वारा भू.विस्थापितों के आंदोलन से कोल उत्पादन को होने वाले प्रभाव एवं नुकसान को लेकर अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। खदान के बाद पुन: भू.विस्थापितों की भीड़ दीपका चौक के पास जमा हो गई। जहां भू.विस्थापितों ने पुन: एसईसीएल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी ताकत दिखाई।

इस दौरान दीपका चौक पुलिस छावनी में तब्दील रहा। मौके पर कटघोरा तहसीलदार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर, दर्री सीएसपी पुष्पेन्द्र बघेल समेत विभिन्न थाना.चौकी के प्रभारियों ने मोर्चा संभाल रखा था।

ट्रकों के भी थमे रहे पहिए
भू.विस्थापितों के आंदोलन को कुछ निजी कंपनी के ट्रक चालकों का भी समर्थन मिला। बताया जाता है कि आंदोलन के दौरान ट्रक चालकों ने भी वाहन बंद रखकर आंदोलन का समर्थन किया। भू.विस्थापितों के आंदोलन के दौरान ट्रकों के पहिए थमे रहे। जिससे कोल परिवहन का कार्य बाधित हो गया था। 

इंटक ने दिया समर्थन
राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक ने ऊर्जाधानी भू.विस्थापित कल्याण समिति के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। इंटक के जिलाध्यक्ष उदय चौधरी का कहना है कि भू.विस्थापितों की मांग जायज है। एसईसीएल को उनकी मांग पूरा करना चाहिए। जिसे लेकर इंटक जिलाध्यक्ष उदय चौधरी ने क्षेत्रीय सांसद व विधायक पर भी निशाना साधा है। भू.विस्थापितों की मांग को शीघ्र पूरा करने प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को भी इंटक जिलाध्यक्ष द्वारा पत्र प्रेषित किया गया है।

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