कठुआ दुष्कर्म मामले में जनरल वी के सिंह ने कहा- बच्ची को अवश्य मिलेगा न्याय
कठुआ जिले में बकरवाल समुदाय की एक आठ वर्षीय बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म आैर बाद में हत्या किये जाने के मामले पर आज कहा कि इंसान के तौर पर हम उसके साथ हुए अन्याय को रोकने में नाकाम रहे;
नयी दिल्ली। विदेश राज्य मंत्री जनरल सिंह ने जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में बकरवाल समुदाय की एक आठ वर्षीय बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म आैर बाद में उसकी हत्या किये जाने के मामले पर आज कहा कि इंसान के तौर पर हम उसके साथ हुए अन्याय को रोकने में नाकाम रहे लेकिन उसे न्याय अवश्य मिलेगा।
जनरल सिंह ने इस जघन्य कांड पर ट्वीट किया ,‘इंसान के तौर पर हम इस बच्ची के साथ विफल साबित हुए हैं लेकिन उसे न्याय से वंचित नहीं किया जाएगा।
We have failed Ashifa as humans. But she will not be denied justice.#PunishTheSavages #RapeAndMurderOfHumanity #Kathua #JusticeForAshifa #GenerallySaying pic.twitter.com/yQPUU0JDW4
’
इस बीच जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बच्ची के साथ न्याय का भरोसा दिलाते हुए कहा कि कुछ लोगों के एक समूह की गैर जिम्मेदाराना कार्रवाइयों और बयानाें से कानून प्रभावित नहीं हाेगा। इस मामले में उचित प्रकिया का पालन किया जा रहा है। त्वरित गति से जांच चल रही है और न्याय सुनिश्चित होगा।
नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस मामले पर राज्य सरकार के कुछ मंत्रियों से मुफ्ती की कथित नाराजगी काे लेकर मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि यह बकवास है ।
अब्दुल्ला ने ट्वीट करके कहा कि ये मंत्री प्रधानमंत्री नीत मंत्रिमंडल के नहीं हैं बल्कि वे मुख्यमंत्री के मंत्री है। यदि मुफ्ती वाकई इन मंत्रियों से नाराज हैं तो उन्हें अपनी नाराजगी काे लीक करने की बजाय इन मंत्रियों को बर्खास्त करना चाहिए ।
इस मामले में दाखिल आरोप पत्र के अनुसार इस बच्ची का कठुआ जिले की हीरानगर तहसील में जनवरी में उस समय अपहरण कर लिया गया था जब वह घोड़ों को चराने जंगल ले गयी थी।
लापता होने के एक हफ्ते के बाद 17 जनवरी को कठुआ के रासना के जंगलों से उसका शव बरामद किया गया। पीड़िता को सात दिनों तक एक प्रार्थना कक्ष में बंधक बनाकर रखा गया था । उसे नशीली दवाइयां खिलाकर उसके साथ कई बार सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
बाद में उसका गला घोंटकर और सिर पर दो बार पत्थरों से वार करके उसकी नृशंस हत्या की गयी। जम्मू के पास रासना गांव से बकरवाल समुदाय को हटाने के मकसद से इस जघन्य कांड को अंजाम दिया गया।