अल्पमत में है गहलोत सरकार, सीएम बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं : राज्यवर्धन सिंह राठौर
पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को अल्पमत सरकार बताते हुए कहा है कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें इस्तीफा देकर चुनाव कराने की अनुशंसा करनी चाहिए;
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को अल्पमत सरकार बताते हुए कहा है कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें इस्तीफा देकर चुनाव कराने की अनुशंसा करनी चाहिए।
राजस्थान से भाजपा लोक सभा सांसद एवं पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि राजस्थान में सरकार के नाम पर मजाक चल रहा है। आज गहलोत और पायलट खेमे के बीच जिस प्रकार फिर दुश्मनी सामने आ गई है, उससे साफ है कि किसी गुट के पास पर्याप्त विधायक नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अशोक गहलोत की यह सरकार अल्पमत में है और इसलिए असंवैधानिक भी है। राठौर ने अशोक गहलोत से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर तुरंत चुनाव की अनुशंसा करने की मांग की।
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि 4-4 खेमों में बंटी कांग्रेस के 92 विधायक पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। विधान सभा अध्यक्ष को इस्तीफों पर स्थिति साफ करनी चाहिए। वैसे भी इस सरकार में न इनकी पार्टी के विधायकों का विश्वास बचा है, न जनता का। फ्लोर टेस्ट के बिना इन्हें एक मिनट भी सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है।
राजस्थान के राजनीतिक हालात को लेकर फिलहाल भाजपा वेट एंड वॉच की स्थिति में है। भाजपा आलाकमान को अशोक गहलोत और सचिन पायलट के अगले और ठोस कदम का इंतजार है क्योंकि फिलहाल दोनों ही नेता बयानबाजी से आगे नहीं बढ़ रहे है।