जीबीयू की स्थापत्य कला ने किया देशभर के युवाओं को आकर्षित

गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में चल रहे 22वें युवा महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के युवा शामिल हुए हैं, पहली बार शामिल युवा महोत्सव को यादगार पल में जोड़ना चाहते हैं;

Update: 2018-01-15 15:19 GMT

ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में चल रहे 22वें युवा महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के युवा शामिल हुए हैं, पहली बार शामिल युवा महोत्सव को यादगार पल में जोड़ना चाहते हैं।

महोत्सव में शामिल युवा सेल्फी लेकर विश्वविद्यालय की सुंदरता को कैद करने में लगे हैं। गौतमबुद्ध विवि में पहली बार देश के विभिन्न राज्यों के संस्कृति का समागम हुआ है। युवा महोत्सव में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के युवा शामिल हुए हैं, रविवार को तमिलनाडु के युवा आपस में मिलकर आनंद उठाया।

कश्मीरी युवा पहली बार युवा महोत्सव में शामिल होकर अपने आपको सौभाग्यशाली मानते हैं। गौतमबुद्ध विवि के इमारत की खूब तारीफ कर रहे हैं, उनका कहना है कि विवि में अगर उच्च स्तरीय शिक्षा मिले तो विश्व स्तर पर कीर्तिमान स्थापित कर सकता है। कश्मीर विवि की युवती अलीसा ने बताया कि इस महोत्सव में शामिल होकर हमने भारत की अनेकता में एकता को नजदीकी से देखा है।

युवा महोत्सव में शामिल होकर बहुत अच्छा लगा है, हम लोगों को यहां आकर बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है, जिस तरह से मोटिवेशनल कार्यक्रम आयोजित हो रहा है उससे युवाओं में ऊर्जा के साथ कौशल में भी निखार आ रहा है।
-मोनालिसा, पाण्डिचेरी विवि

दक्षिण भारत से यहां पर पहली बार आए हैं, यहां पर ठंड जरुर है, हम सभी एक साथ रह रहे हैं, विश्वविद्याल का वातावरण बहुत अच्छा है, हम लोगों को बहुत कुछ सीखने को मिला है।
-स्पंदन, पाण्डिचेरी विवि

युवा महोत्सव में चिकित्सा क्षेत्र के जुड़े मेडिकल की छात्रा का कहना है मैं पहली बार इस फेस्टिवल में शामिल हुई है, यहां का आबोहवा और संस्कृति बहुत अच्छी है, इस विश्वविद्यालय को इतना अच्छा बनाया गया है, यहां आकर ऐसा लगा जैसे किसी पर्यटक स्थल पर आई हूं।
-अरीवा, मेडिकल छात्रा, भारतीय विद्यापीठ, पुणे

युवा महोत्सव में प्रधानमंत्री मोदी युवाओं में उत्साह भर दिया, अगर सभी युवा काम करे तो देश बहुत तरक्की करेगा, उद्घाटन सत्र के बाद जो भी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं वह युवाओं के लिए भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा।
-राधा राजकोट, गुजरात

युवा महोत्सव के माध्यम से हम लोग गुरजरात की संस्कृति और कला को सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से बताने के प्रयास किया है। इस विवि में हरियाली के साथ शांति का अनुभव महसूस हुआ है, ऐसा विवि मैने पहली बार देखा। 
 -जयश्री, पोरबंदर, गुजरात

 

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