शौचालयों की प्रारम्भिक जांच में मिली गड़बड़ियां
शहर की सरकार अर्थात नगर पालिक निगम के बड़े घोटालों में से एक बहुचर्चित शौचालय घोटाला की जांच में आये दिन नये खुलासे हो रहे हैं. इस क्रम में वार्ड क्रमांक 33 में जिसकी वार्ड पार्षद श्रीमती सुषमा डालमिया;
रायगढ़। शहर की सरकार अर्थात नगर पालिक निगम के बड़े घोटालों में से एक बहुचर्चित शौचालय घोटाला की जांच में आये दिन नये खुलासे हो रहे हैं. इस क्रम में वार्ड क्रमांक 33 में जिसकी वार्ड पार्षद/एमआईसी सदस्य श्रीमती सुषमा डालमिया है।
यहां तकरीबन 60-70 शौचालय बनाये जाने थे। इनके निर्माण का ठेका एमआईसी सदस्य श्रीमती सुषमा डालमिया के देवर अनिल डालमिया को मिला था। यह व्यक्ति नगर निगम के ठेकेदार संघ का अध्यक्ष भी है। वार्ड क्रमांक 33 में बीते दिन हुई जांच के प्रारम्भिक चरण में यह पाया गया कि दो हितग्राहियों जिनमें अमरीक बाई के घर में शौचालय का अधूरा निर्माण कर पूरी राशि आहरित कर ली गई है, जबकि सजनी चौहान नाम का हितग्राही पूरे वार्ड में खोजने से नहीं मिला, जबकि उसके नाम से भी सम्पूर्ण राशि आहरित कर ली गई है।
जांच की प्रक्रिया जैसे-जैसे आगे बढ़ती गई वैसे अन्य फर्जी हितग्राहियों के नाम एवं निर्माण में कई गई धांधलियां सामने आती गई। एक के बाद एक 6-7 फर्जी निर्माण का पता चला। आज खबर लिखे जाने तक वार्ड क्रमांक 33 में जांच की अग्रिम प्रक्रिया चल रही थी। सम्भावना है कि बड़े खुलासे के साथ दागी ठेकेदार अनिल डालमिया की कलई भी खुलेगी। बहरहाल अभी तो वार्ड क्रमांक 33-34 में जांच में जांच चल रही है, परन्तु आगे जैसे-जैसे जांच टीम अन्य वार्डों में जाएगी।
वैसे-वैसे घोटालेबाजों की नई सूची सांमने आते जाएगी जिसमें सबसे ज्यादा गड़बडिय़ों वाले वार्ड 33, 31, 34, 35, 38 और 46 है जिसमें कथित ठेकेदारों राकेश पांडे, रितेश पांडे, राज्जु मिश्रा, मुकेश सिंह, राघवन, व अन्य की मुसीबतें बढ़ेंगी।