कश्मीर में विदेशी राजदूतों का दौरा द्वारा 'जनसंपर्क पर व्यर्थ कवायद' का हिस्सा: सोज
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज ने बुधवार को कहा कि कश्मीर में विदेशी राजदूतों का दौरा केंद्र सरकार द्वारा 'जनसंपर्क पर व्यर्थ कवायद' का हिस्सा है;
श्रीनगर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज ने बुधवार को कहा कि कश्मीर में विदेशी राजदूतों का दौरा केंद्र सरकार द्वारा 'जनसंपर्क पर व्यर्थ कवायद' का हिस्सा है। इसके साथ ही सोज ने कहा कि ये राजदूत कश्मीर में दर्शनीय स्थलों का आनंद लेंगे और अपने देशों में वापस लौट जाएंगे। सोज ने एक बयान में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने अपनी पिछली गलतियों से कोई सबक नहीं सीखा है।
उन्होंने कहा, "बुजुर्गों ने ठीक ही कहा है कि अगर लोग अपनी गलतियों से सबक नहीं सीखते हैं, तो वे बार-बार इन गलतियों को दोहराने के लिए बाध्य होते हैं।"
सोज ने कहा, "जैसा कि भारत सरकार और जम्मू-कश्मीर की सरकार ने पहले किया था, ये राजदूत कश्मीर में दर्शनीय स्थलों का आनंद लेंगे और अपने देशों में वापस लौट जाएंगे। आखिरकार, इस पूरी कवायद का मतलब करदाताओं के पैसे की पूरी बबार्दी होगी।" इसके साथ ही सोज ने कहा कि वह फिर भी उम्मीद करते हैं कि राजदूत कश्मीरियों की पीड़ा को पढ़ेंगे।
सोज ने आगे कहा कि कश्मीर के लोगों को यकीन है कि सरकार की सुरक्षा एजेंसियां इन राजदूतों को यह समझाने में सक्षम नहीं होंगी कि धारा 370 को निरस्त करने के बाद कश्मीर में हालात सामान्य हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें इसकी भी पूरी उम्मीद है कि राजदूतों को इस तथ्य का एहसास होगा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर कश्मीरियों को गहरा दुख पहुंचा और उनमें इसे लेकर गुस्सा भी है।