बैरियर तोड़कर मुजफ्फरनगर पहुंचेंगे किसान
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को 9 महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है. लेकिन ना तो सरकार और ना ही किसान अपनी जगह से एक इंच हिलने को तैयार हैं. कल यानी रविवार को यूपी के मुजफ्फरनगर में किसानों ने महापंचायत बुलाई है. महापंचायत से पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने मोदी और योगी सरकार को अपने निशाने पर ले लिया है.;
मुजफ्फरनगर में रविवार को किसानों की महापंचायत है. हरियाणा, पंजाब, और पूर्वी यूपी से लोगों का मुजफ्फरनगर आना अभी से ही शुरू हो गया है. महापंचायत के लिए किसानों में जो उत्साह दिख रहा है उसे लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि "महापंचायत के लिए पहुंचने वाले लोगों की संख्या को बताना असंभव है। लेकिन मैं वादा कर सकता हूं कि लोग बड़ी संख्या में पहुंचेंगे। किसानों को महापंचायत तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। अगर वे हमें रोकते हैं, तो हम बैरियर तोड़ते हुए पहुंचेंगे।"
टिकैत ने साफ कर दिया कि यदि सरकार ने किसानों को रोकने की कोशिश की. तो सरकार की ये कोशिश बेकार जाएगी. किसान हर बैरियर को तोड़ देंगे. मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत पर सभी राजनीतिक दलों की भी नजर हैं. क्योंकि संयुक्त किसान मोर्चा इस दौरान मिशन यूपी का ऐलान कर सकता है. जिसमें यूपी की योगी सरकार के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा. सरकार के खिलाफ किसानों की लामबंदी की कोशिश है. राकेश टिकैत ने भी इसका संकेत देते हुए कहा कि चुनाव अब सामने है. और यूपी में किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है. यूपी में बिजली की कीमतें लगातार बढ़ाई जा रही है. बिजली की कीमतें सबसे ज्यादा हैं लेकिन किसानों की फसलों की कीमत नहीं बढ़ रही है. 2016 के बाद से गन्ने की कीमत नहीं बढ़ाई गई है. केंद्र ने पांच पैसे प्रति किलो बढ़ा दिए हैं. ये लोग किसानों का अपमान कर रहे हैं. टिकैत ने कहा कि ये पहली महापंचायत है, ऐसी 18 महापंचायत यूपी में पहले चरण में आयोजित की जाएगी. और केंद्र सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी तो इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी. दूसरी ओर किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में हमने मोदी और योगी को वोट दिया था. हमसे बहुत बड़ी गलती हो गई थी जिसे अब हम दोबारा नहीं करेंगे.