पाकिस्तानी से एमएफएन दर्जा वापस लेने से निर्यात होगा प्रभावित
पाकिस्तान को दिया सर्वाधिक वरीयता प्राप्त राष्ट्र का दर्जा (एमएफएन) वापस लेने से उसका निर्यात आधारित उद्योग प्रभावित होगा;
नयी दिल्ली। पाकिस्तान को दिया सर्वाधिक वरीयता प्राप्त राष्ट्र का दर्जा (एमएफएन) वापस लेने से उसका निर्यात आधारित उद्योग प्रभावित होगा क्योंकि अब भारत वहाँ के उत्पादों पर सीमा शुल्क में भारी बढ़ोतरी कर सकेगा।
श्रीनगर के पुलवामा में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक काफिले पर आतंकवादी हमले में 40 जवानों के शहीद होने के मद्देनजर सरकार ने पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा वापस लेने का निर्णय लिया है।
विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के टैरिफ एवं व्यापार पर संधि (गेट) के तहत वर्ष 1996 में पाकिस्तान को एमएफएन का दर्जा दिया गया था, लेकिन पाकिस्तान ने अब तक भारत को यह दर्जा नहीं दिया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि एमएफएन का दर्जा वापस लेने के बाद अब भारत पाकिस्तानी उत्पादों पर सीमा शुल्क में भारी बढोतरी कर सकेगा। पाकिस्तान से भारत अभी आमतौर पर फल, सीमेंट, चमड़ा, रसायन और मसाले आयात करता है।
सरकार के नये निर्णय से इन उत्पादों का निर्यात प्रभावित हो सकता है। वर्ष 2017-18 में पाकिस्तान ने भारत को 48़ 85 करोड़ डॉलर का निर्यात किया था।
वर्ष 2016-17 में भारत और पाकिस्तान के बीच 2़ 27 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था जो वर्ष 2017-18 में मामूली बढ़कर 2़ 41अरब डॉलर पर पहुंच गया था।