शिक्षा प्रेरकों ने गांव-गांव में नुक्कड़ सभाएं करने की घोषणा की
हरियाणा के भिवानी में दोबारा नौकरी पर लेने की मांग को लेकर आंदोलनरत शिक्षा प्रेरकों ने आज यहां सोमवार से गांव-गांव में नुक्कड़ सभाएं करने की घोषणा की;
भिवानी। हरियाणा के भिवानी में दोबारा नौकरी पर लेने की मांग को लेकर आंदोलनरत शिक्षा प्रेरकों ने आज यहां सोमवार से गांव-गांव में नुक्कड़ सभाएं करने की घोषणा की।
स्थानीय लघु सचिवालय के बाहर चल रहे शिक्षा प्रेरकों के धरने की अध्यक्षता कर रहे चरखी दादरी शिक्षा प्रेरक संघ के प्रधान विनोद मांढी ने कहा कि सोमवार से आंदोलन को एक नया रूप दिया जाएगा। श्री मांढी ने सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर सरकार ने शिक्षा प्रेरकों को दोबारा नौकरी पर नहीं लिया और उनको बकाया मानदेय नहीं दिया तो वे सोमवार से गांव-गांव जाकर नुक्कड़ सभाएं करेंंगे और सरकार की पोल खोलेंगे। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के पुतले फूंकने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रेरकों ने प्रौढ़ शिक्षा के साथ-साथ ‘जनधन योजना’, ‘स्वच्छ भारत मिशन’ सहित सरकार की अनेक योजनाओं में अपना भरपूर सहयोग दिया है, लेकिन सरकार ने उनका आभार प्रकट करने की बजाए उनकों घर का रास्ता ही दिखा दिया जो कि अन्याय पूर्ण है। एक तरफ तो सरकार ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं’ के नारे लगाती है वहीं दूसरी तरफ महिला शिक्षा प्रेरक अपनी बहाली के लिए रात दिन धरने प्रदर्शन के माध्यम से सरकार से उन्हें नियमित करने व बकाया मानदेय मांगती हैं जो कि बड़े ही शर्म की बात है। गांव में रिकार्ड शौचालयों का निर्माण करवाया गया है परन्तु उनके किए गए कार्यों का मानदेय भी उन्हें नहीं दिया गया।