ED ने अरबपति भजियावाला के बेटे को गिरफ्तार किया
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भजियावाला के दो बेटों में से एक जिग्नेश को आज धन शोधन विरोधी कानून प्रिवेंशन ऑफ मनी लाँडरिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया। ;
सूरत। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सडक किनारे ठेले पर चाय पकौडे बेचने के बाद कथित तौर पर निर्दय ब्याजखाेरी के जरिये अरबपति बन बैठे गुजरात में सूरत के चर्चित फायनेंसर किशोर भजियावाला के दो बेटों में से एक जिग्नेश को आज धन शोधन विरोधी कानून प्रिवेंशन ऑफ मनी लाँडरिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत यहां गिरफ्तार कर लिया।
किशोर भजियावाला के यहां उधना स्थित आवास और बैंक के लॉकर से पिछले माह आयकर छापे के दौरान करीब सवा नौ करोड रूपये के सोने, चांदी और हीरे के गहने और ठोस धातु के अलावा एक करोड पांच लाख रूपये के नये नोट तथा अरबों रूपये की संपत्ति के दस्तावेज भी मिले थे। इसके बाद सीबीआई ने 24 दिसंबर को तथा ईडी ने 28 दिसंबर को उसके तथा उसके दो बेटों जिग्नेश और विलास के खिलाफ मामले दर्ज किये थे। सीबीआई ने स्थानीय पीपुल्स सहकारी बैंक के एक मैनेजर को भी आरोपी बनाया था। सीबीआई ने तीनों से लंबी पूछताछ भी की थी।
ईडी के एक अधिकारी ने आज बताया कि जिग्नेश को पीएमएलए के कानून के तहत पुराने नोटों को गैरकानूनी ढंग से बदलने के मामले में पकड लिया गया। उसे निदेशालय के सब जोनल कार्यालय में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है। उससे कल रात भी पूछताछ हुई थी।
इस मामले में जरूरत पडने पर किशाेर और विलास की धरपकड भी हो सकती है। बताया जाता है कि किशोर करीब तीन दशक पहले उधना में ठेले पर चाय पकौडे और भजिया बेचता था। उसने लोगों को ऊंची दर पर ब्याज पर पैसे देने का धंधा कर और उनकी संपत्ति हडप कर काफी पैसे बना लिये थे। आयकर ने ऐसे ही लाेगों से मिली सूचना के आधार पर उसके खिलाफ पिछले माह छापेमारी की थी।