इको फ्रेंडली होगा ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र
शहरवासियों द्वारा लगातार विरोध करने के बावजूद प्राधिकरण सेक्टर-123 में ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र लगाएगा;
नोएडा।शहरवासियों द्वारा लगातार विरोध करने के बावजूद प्राधिकरण सेक्टर-123 में ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र लगाएगा। इसके लिए जो कार्य योजना प्राधिकरण ने तैयार की है वह पूरी तरह इको फ्रेंडली है। संयंत्र सेक्टर-123 में 25 एकड़ में लगाया जाएगा। इसके निर्माण में 250 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। कचरा निस्तारित होने के बाद निकलने वाली राख भी इसी जमीन में डिस्पोज की जाएगी। धूल को रोकने व पर्यावरण प्रदूषण को बचाने के लिए यहा चारदिवारी ग्रीन बेल्ट का निर्माण किया जाएगा।
यहा लगने वाला प्लांट इंदौर की तर्ज पर लगाया जाएगा। जिसे ठोस कचरा प्रबंध संयंत्र के लिए सबसे बेहतरीन माना जाता है। प्राधिकरण ने दावा किया कि संयंत्र से किसी भी प्रकार की बदबू या पर्यावरण प्रदूषण का खतरा नहीं है। लिहाजा सोसाइटी के लोग निश्चित रहे। सेक्टरों से कूड़ा संयंत्र तक पहुंचाने का तरीका भी बिल्कुल अलग होगा। सेक्टर में जहा अभी तक खुले कूड़ा घर बने है। वहां अंडरग्राउंड कूड़ा घर बनाए जाएंगे। जिसमे दो प्रकार के बड़े डस्टबीन लगाए जाएंगे। पहले गीले कूड़े के लिए दूसरा सूखे कूड़े के लिए। सलाहकार कंपनी ने अपने प्लान में कूड़े को प्लांट तक पहुंचाने के लिए भी बेहतर ट्रांसपोटेशन बताया है। इसके लिए एक विशेष गाड़ी का प्रयोग किया जाएगा। गाड़ी में गीला व सूखा कूड़े अलग-अलग रखा जाएगा। जिसे प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। यहा गीले व सूखे कूड़े का अलग-अलग निस्तारण किया जाएगा। जिससे निकलने वाली राख को शहर में कहीं ओर नहीं बल्कि 25 एकड़ के एक भाग में डंप किया जाएगा।
पर्यावरण का रखा जाएगा पूरा ध्यान
प्राधिकरण अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी आरके मिश्रा ने बताया कि प्लांट के चारो और चारदिवारी बनाई जाएगी। चार दिवारी के साथ ग्रीन बेल्ट बनाई जाएगी। प्लांट में बेहतर एसटीपी प्लांट का लगाया जाएगा। यहा से शोधित पानी ही नालों में गिराया जाएगा। सीधे शब्दो में यू कहे कि यह प्लांट कूड़ा निस्तारण के लिए नहीं बल्कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट है।