नक्सली हमले में दूरदर्शन के कैमरामैन की मौत, दो जवान शहीद

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर के नीलावाया जंगल में हुए नक्सली मुठभेड़ में सब इंस्पेक्टर रूद्र प्रताप सिंह एवं सहायक आरक्षक मंगलूराम शहीद हो गए;

Update: 2018-10-30 23:34 GMT

दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर के नीलावाया जंगल में हुए नक्सली मुठभेड़ में सब इंस्पेक्टर रूद्र प्रताप सिंह एवं सहायक आरक्षक मंगलूराम शहीद हो गए, जबकि दो जवान, आरक्षक विष्णु नेताम एवं सहायक आरक्षक राकेश कौशल गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। वहीं दूरदर्शन के कैमरामैन अच्युतानंद साहू भी नक्सली हमले में मारे गए। 

दूरदर्शन के रिपोर्टर धीरज साहू जो बाबूसराय के रहने वाले हैं, दिल्ली से अपने कैमरामैन अच्युतानंद के साथ 27 अक्टूबर को रायपुर से जगदलपुर पहुंचे। 28 अक्टूबर को जगदलपुर में उन्होंने कुछ कवरेज किया और 29 अक्टूबर की शाम दंतेवाड़ा के लिए रवाना हुए। जिला प्रशासन ने उन्हें बताया कि पोटाली एक ऐसा गांव है जहां 20 से का बाद पहली बार वहां मतदान केंद्र बनाया गया है। इसके कवरेज के लिए दंतेवाड़ा से अरनपुर गए जब नीलावाया के पास पहुंचे तो उन्होंने बताया कि हम मोटरसाइकल में सवार थे, सामने के मोटर सायकल में उनका कैमरामैन अच्युतानंद बैठे हुए थे।

सड़क कार्य चल रहा था, तभी अचानक किनारे झाड़ियों में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पहली गोली कैमरामैन को लगी और उसके बाद 45 मिनट तक गोली बारी होती रही। इसी बीच वो मोटरसायकल से एक गड्ढे में जा गिरे। उन्होंने बताया कि उनके सिर के ऊपर से 50 से अधिक गोलियां निकली। ग्रेनाइड बम भी फटा, सांस रोके पड़े रहे। पुलिस वालों ने भी फायरिंग की इसी बीच नक्सली भाग गए।

धीरज साहू ने बताया कि पोटली ग्राम में पहली बार मतदान हो रहा था इसके प्रचार-प्रसार के लिए जा रहे थे। उन्होंने कहा, "हमने सुना था नक्सली ने एक प्रेस नोट जारी कर पत्रकारों से कहा था कि वे अंदरूनी क्षेत्र में बेखौफ रिपोर्टिग कर सकते हैं, उसके बाद भी नक्सलियों ने पत्रकारों को नहीं छोड़ा।"

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