द्रमुक ने विधानसभा में राज्यपाल  के अभिभाषण का बहिष्कार किया

तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) तथा उसके सहयोगियों ने आज विधानसभा में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के अभिभाषण का बहिष्कार किया।;

Update: 2018-01-08 13:11 GMT

चेन्नई। तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) तथा उसके सहयोगियों ने आज विधानसभा में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के अभिभाषण का बहिष्कार किया।

विधानसभा में राज्यपाल अपना पहला अभिभाषण पढ़ने के लिए खड़े हुए तो विपक्ष के नेता और द्रमुक के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टालिन कुछ मुद्दों को उठाने की मांग करने लगे।

इस पर राज्यपाल ने कहा कि वे लोग जिस मुद्दे को उठाना चाहते हैं उसे बहस के दौरान उठा सकते हैं।  पुरोहित ने स्टालिन को अपनी सीट पर बैठने की सलाह देने के बाद जैसे ही आगे अपना अभिभाषण पढ़ना शुरू किया, स्टालिन और उनकी पार्टी के सदस्य सदन से बाहर निकल गए।

इसके बाद द्रमुक की सहयोगी पार्टियां कांग्रेस तथा इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयीएमएल) के सदस्य भी सदन से बाहर निकल गए।
इसके साथ ही अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्ना द्रमुक) के बागी नेता तथा आर के नगर के निर्दलीय विधायक टी टी वी दिनाकरण, तमिमुम अंसारी और थानियारासु ने भी राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार किया।

 स्टालिन ने बाद में विधानसभा परिसर के बाहर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि श्री पुरोहित मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी को विश्वास मत हासिल करने का निर्देश देने की बजाय सत्ताधारी अन्ना द्रमुक द्वारा तैयार किए गए अभिभाषण को पढ़ रहे हैं, जो लोकतंत्र के खिलाफ है।

उन्होंने कहा कि ‘अल्पमत’ की सरकार जिसके पास सिर्फ 111 विधायकों का समर्थन हासिल है उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।यह संविधान की मूल भावना के खिलाफ है।

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